Ganesh Chalisa | Ganesh Ji ki Aarti | गणेश जी के 108 नाम | गणेश मंत्र

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गणेश चालीसा
Ganesh Chalisa in Hindi

॥ दोहा ॥

जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल ।

विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥

 

॥ चौपाई ॥

जय जय जय गणपति गणराजू । 

मंगल भरण करण शुभः काजू ॥१॥

जै गजबदन सदन सुखदाता । 

विश्व विनायका बुद्धि-विधाता ॥२॥

वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना । 

तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन ॥३॥

राजत मणि मुक्तन उर माला । 

स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला ॥४॥

 

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं । 

मोदक भोग सुगन्धित फूलं ॥५॥

सुन्दर पीताम्बर तन साजित । 

चरण पादुका मुनि मन राजित ॥६॥

धनि शिव सुवन षडानन भ्राता । 

गौरी लालन विश्व-विख्याता ॥७॥

ऋद्धि-सिद्धि तव चंवर सुधारे । 

मुषक वाहन सोहत द्वारे ॥८॥

 

कहौ जन्म शुभ कथा तुम्हारी । 

अति शुची पावन मंगलकारी ॥९॥

एक समय गिरिराज कुमारी । 

पुत्र हेतु तप कीन्हा भारी ॥१०॥

भयो यज्ञ जब पूर्ण अनूपा । 

तब पहुंच्यो तुम धरी द्विज रूपा ॥११॥

अतिथि जानी के गौरी सुखारी । 

बहुविधि सेवा करी तुम्हारी ॥१२॥

 

अति प्रसन्न हवै तुम वर दीन्हा । 

मातु पुत्र हित जो तप कीन्हा ॥१३॥

मिलहि पुत्र तुहि, बुद्धि विशाला ।

बिना गर्भ धारण यहि काला ॥१४॥

गणनायक गुण ज्ञान निधाना । 

पूजित प्रथम रूप भगवाना ॥१५॥

अस कही अन्तर्धान रूप हवै । 

पालना पर बालक स्वरूप हवै ॥१६॥

 

बनि शिशु रुदन जबहिं तुम ठाना । 

लखि मुख सुख नहिं गौरी समाना ॥१७॥

सकल मगन, सुखमंगल गावहिं । 

नाभ ते सुरन, सुमन वर्षावहिं ॥१८॥

शम्भु, उमा, बहुदान लुटावहिं । 

सुर मुनिजन, सुत देखन आवहिं ॥१९॥

लखि अति आनन्द मंगल साजा । 

देखन भी आये शनि राजा ॥२०॥

 

निज अवगुण गुनि शनि मन माहीं । 

बालक, देखन चाहत नाहीं ॥२१॥

गिरिजा कछु मन भेद बढायो । 

उत्सव मोर, न शनि तुही भायो ॥२२॥

कहत लगे शनि, मन सकुचाई । 

का करिहौ, शिशु मोहि दिखाई ॥२३॥

नहिं विश्वास, उमा उर भयऊ । 

शनि सों बालक देखन कहयऊ ॥२४॥

 

पदतहिं शनि दृग कोण प्रकाशा । 

बालक सिर उड़ि गयो अकाशा ॥२५॥

गिरिजा गिरी विकल हवै धरणी । 

सो दुःख दशा गयो नहीं वरणी ॥२६॥

हाहाकार मच्यौ कैलाशा । 

शनि कीन्हों लखि सुत को नाशा ॥२७॥

तुरत गरुड़ चढ़ि विष्णु सिधायो । 

काटी चक्र सो गज सिर लाये ॥२८॥

 

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बालक के धड़ ऊपर धारयो । 

प्राण मन्त्र पढ़ि शंकर डारयो ॥२९॥

नाम गणेश शम्भु तब कीन्हे । 

प्रथम पूज्य बुद्धि निधि, वर दीन्हे ॥३०॥

बुद्धि परीक्षा जब शिव कीन्हा । 

पृथ्वी कर प्रदक्षिणा लीन्हा ॥३१॥

चले षडानन, भरमि भुलाई । 

रचे बैठ तुम बुद्धि उपाई ॥३२॥

 

चरण मातु-पितु के धर लीन्हें । 

तिनके सात प्रदक्षिण कीन्हें ॥३३॥

धनि गणेश कही शिव हिये हरषे । 

नभ ते सुरन सुमन बहु बरसे ॥३४॥

तुम्हरी महिमा बुद्धि बड़ाई । 

शेष सहसमुख सके न गाई ॥३५॥

मैं मतिहीन मलीन दुखारी । 

करहूं कौन विधि विनय तुम्हारी ॥३६॥

 

भजत रामसुन्दर प्रभुदासा । 

जग प्रयाग, ककरा, दुर्वासा ॥३७॥

अब प्रभु दया दीना पर कीजै । 

अपनी शक्ति भक्ति कुछ दीजै ॥३८॥

 

॥ दोहा ॥

श्री गणेश यह चालीसा, पाठ करै कर ध्यान ।

नित नव मंगल गृह बसै, लहे जगत सन्मान ॥

सम्बन्ध अपने सहस्त्र दश, ऋषि पंचमी दिनेश ।

पूरण चालीसा भयो, मंगल मूर्ती गणेश ॥

 

॥ इति श्री गणेश चालीसा संपूर्णम् ॥

Ganesh Chalisa
Ganesh Chalisa Lyrics

॥ Doha ॥

Jaya Ganapati Sadhguna Sadana,

Kavi Vara Badana Kripaala।

Vighna Harana Mangala Karana,

Jaya Jaya Girijaa Laala॥


॥ Chaupai ॥

Jaya Jaya Ganapati Gan Raaju।

Mangala Bharana Karana Shubha Kaaju॥


Jaya Gajabadana Sadana Sukhadaataa।

Vishva Vinaayaka Buddhi Vidhaata॥

Vakra Tunda Shuchi Shunda Suhaavana।

Tilaka Tripunda Bhaala Mana Bhaavana॥


Raajata Mani Muktana Ura Maala।

Svarna Mukuta Shira Nayana Vishaala॥

Pustaka Paani Kuthaara Trishoolam।

Modaka Bhoga Sugandhita Phoolam॥


Sundara Pitaambara Tana Saajita।

Charana Paaduka Muni Mana Raajita॥

Dhani Shiva Suvana Shadaanana Bhraata।

Gauri Lalana Vishva-Vidhaata॥


Riddhi Siddhi Tava Chanvara Sudhaare।

Mushaka Vaahana Sohata Dvaare॥

Kahaun Janma Shubha Kathaa Tumhaari।

Ati Shuchi Paavana Mangala Kaari॥


Eka Samaya Giriraaj Kumaari।

Putra Hetu Tapa Kinha Bhaari॥

Bhayo Yagya Jaba Poorna Anoopa।

Taba Pahunchyo Tuma Dhari Dvija Roopa॥


Atithi Jaani Kai Gauri Sukhaari।

Bahuvidhi Sevaa Kari Tumhaari॥

Ati Prasanna Hvai Tuma Vara Dinha।

Maatu Putra Hita Jo Tapa Kinha॥

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Milahi Putra Tuhi Buddhi Vishaala।

Binaa Garbha Dhaarana Yahi Kaala॥

Gananayaka, Guna Gayana Nidhaana।

Poojita Prathama Roopa Bhagavana॥


Asa Kahi Antardhyaana Roopa Hvai।

Palana Para Baalaka Svaroopa Hvai॥

Bani Shishu Rudana Jabahi Tuma Thaana।

Lakhi Mukha Sukha Nahin Gauri Samaan॥


Sakala Magana, Sukha Mangala Gaavahin।

Nabha Te Surana Sumana Varshaavahin॥

Shambhu Uma, Bahu Dana Lutavahin।

Sura Munijana, Suta Dekhana Aavahin॥


Lakhi Ati Aananda Mangala Saaja।

Dekhana Bhi Aaye Shani Raaja॥

Nija Avaguna Guni Shani Mana Maahin।

Baalaka, Dekhan Chaahata Naahin॥


Giraja Kachhu Mana Bheda Badhaayo।

Utsava Mora Na Shani Tuhi Bhaayo॥

Kahana Lage Shani, Mana Sakuchaai।

Kaa Karihau, Shishu Mohi Dikhaai॥


Nahin Vishvaasa, Uma Ur Bhayau।

Shani So Baalaka Dekhana Kahyau॥

Padatahin, Shani Driga Kona Prakaasha।

Baalaka Shira Udi Gayo Aakaasha॥


Giraja Girin Vikala Hvai Dharani।

So Dukha Dasha Gayo Nahin Varani॥

Hahakaar Machyo Kailasha।

Shani Kinhyon Lakhi Suta Ka Naasha॥


Turata Garuda Chadhi Vishnu Sidhaaye।

Kaati Chakra So Gaja Shira Laaye॥

Baalaka Ke Dhada Upara Dhaarayo।

Praana, Mantra Padha Shankara Darayo॥


Naama ‘Ganesha’ Shambhu Taba Kinhe।

Prathama Poojya Buddhi Nidhi, Vara Dinhe॥

Buddhi Pariksha Jaba Shiva Kinha।

Prithvi Kar Pradakshina Linha॥


Chale Shadaanana, Bharami Bhulaii।

Rachi Baitha Tuma Buddhi Upaai॥

Charana Maatu-Pitu Ke Dhara Linhen।

Tinake Saata Pradakshina Kinhen॥


Dhani Ganesha, Kahi Shiva Hiya Harashe।

Nabha Te Surana Sumana Bahu Barase॥॥

Tumhari Mahima Buddhi Badaye।

Shesha Sahasa Mukha Sakai Na Gaai॥


Mein Mati Hina Malina Dukhaari।

Karahun Kauna Vidhi Vinaya Tumhaari॥

Bhajata ‘Raamasundara’ Prabhudaasa।

Lakha Prayaga, Kakara, Durvasa॥


Aba Prabhu Daya Dina Para Kijai।

Apani Bhakti Shakti Kuchhu Dijai॥


॥ Doha ॥

Shri Ganesh Yah Chalisa,

Path Karai Dhari Dhyan।

Nit Nav Mangal Gruha Bashe,

Lahi Jagat Sanman॥

Sambandh Apne Sahstra Dash,

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Rushi Panchami Dinesh।

Puran Chalisa Bhayo,

Mangal Murti Ganesha॥

गणेश जी की आरती
Ganesh Aarti in Hindi

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।

जय गणेश..

एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी

माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी ।।

जय गणेश..

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा ।

लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा ।।

जय गणेश..

अन्धे को आँख देत, कोढ़िन को काया ।

बाँझ को पुत्र देत, निर्धन को माया ।।

जय गणेश..

‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।

जय गणेश..

दीनन की लाज रखो शम्भू शुतवारी ।

कामना को पूर्ण करो जग बलिहारी ।।

 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।

गणपतीची आरती

सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची

नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची

सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची

कंठी झलके माल मुकताफळांची


जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति

दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति

जय देव जय देव


रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा

चंदनाची उटी कुमकुम केशरा

हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा

रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया


जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति

दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति

जय देव जय देव


लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना

सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना

दास रामाचा वाट पाहे सदना

संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना


जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति

दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति

जय देव जय देव


शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को

दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को

हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को

महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को


जय जय जय जय जय

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

जय देव जय देव


अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी

विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी

कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी

गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी


जय जय जय जय जय

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

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जय देव जय देव


भावभगत से कोई शरणागत आवे

संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे

ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे

गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे


जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

जय देव जय देव

Ganesh Ji ki Aarti

Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva,

Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.

Jay Ganesh..

Ekadant Dayaavant Chaara Bhujaa Dhaaree,

Maathe Par Tilak Sohe Moose Kee Savaaree.

Jay Ganesh..

Paan Chadhe Phool Chadhe aur Chadhe Meva,

Laddoo Ka Bhog Lage Sant Karen Seva.

Jay Ganesh..

Andhe ko Aankh Det, Kodhin Ko Kaaya,

Baanjhan ko Putr Det, Nirdhan ko Maaya.

Jay Ganesh..

Soor Shyaam Sharan Aae Saphal Keeje Seva,

Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.

Jay Ganesh..

Deenan Kee Laaj Rakho Shambhoo Shutavaaree,

Kaamana ko Poorn Karo Jag Balihaaree.

Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva,

Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.

गणेश मंत्र
Ganesh Mantra

गणेश जी को प्रसन्न करने का मंत्र

ॐ गं गणपतये नमः

 

शुभ कार्य से पहले मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

 

श्रीगणेश के 12 नामों का जप मंत्र

ॐ सुमुखाय नम:

ॐ एकदंताय नम: 

ॐ कपिलाय नम:

ॐ गजकर्णाय नम:

ॐ लंबोदराय नम:

ॐ विकटाय नम: 

ॐ विघ्ननाशाय नम: 

ॐ विनायकाय नम: 

ॐ धूम्रकेतवे नम: 

ॐ गणाध्यक्षाय नम: 

ॐ भालचंद्राय नम: 

ॐ गजाननाय नम:

गणेश जी के 108 नाम
Ganesh Ji ke 108 Naam

नाम

नाम का अर्थ

बालगणपति

सबसे प्रिय बालक

एकदन्त

एक दांत वाले

भालचन्द्र

जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो

एकाक्षर

एकल अक्षर वाले

बुद्धिनाथ

बुद्धि के भगवान

धूम्रवर्ण

धुंए को उड़ाने वाले

गजकर्ण

हाथी की तरह आंखों वाले

गजवक्त्र

हाथी की तरह मुंह है

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गजानन

हाथी के मुख वाले भगवान

गणाध्यक्ष

सभी जनों के मालिक

गजवक्र

हाथी की सूंड वाले

गौरीसुत

माता गौरी के बेटे

गणपति

सभी गणों के मालिक

लम्बोदर

बड़े पेट वाले

लम्बकर्ण

बड़े कान वाले देव

महाबल

अत्यधिक बलशाली

महागणपति

देवादिदेव

मंगलमूर्ति

सभी शुभ कार्यों के देव

महेश्वर

सारे ब्रह्मांड के भगवान

मूषकवाहन

जिनका सारथी मूषक है

निदीश्वरम

धन और निधि के दाता

प्रथमेश्वर

सब के बीच प्रथम आने वाले

शूपकर्ण

बड़े कान वाले देव

शुभम

सभी शुभ कार्यों के प्रभु

सिद्धिदाता

इच्छाओं और अवसरों के स्वामी

सिद्दिविनायक

सफलता के स्वामी

सुरेश्वरम

देवों के देव

वक्रतुण्ड

घुमावदार सूंड वाले

अखूरथ

जिसका सारथी मूषक है

अलम्पता

अनन्त देव

अमित

अतुलनीय प्रभु

अनन्तचिदरुपम

अनंत और व्यक्ति चेतना वाले

अवनीश

पूरे विश्व के प्रभु

अविघ्न

बाधाएं हरने वाले

भीम

विशाल

भूपति

धरती के मालिक

भुवनपति

देवों के देव

बुद्धिप्रिय

ज्ञान के दाता

बुद्धिविधाता

बुद्धि के मालिक

चतुर्भुज

चार भुजाओं वाले

देवादेव

सभी भगवान में सर्वोपरि

देवांतकनाशकारी

बुराइयों और असुरों के विनाशक

देवव्रत

सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले

देवेन्द्राशिक

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सभी देवताओं की रक्षा करने वाले

धार्मिक

दान देने वाले

दूर्जा

अपराजित देव

द्वैमातुर

दो माताओं वाले

एकदंष्ट्र

एक दांत वाले

ईशानपुत्र

भगवान शिव के बेटे

गदाधर

जिनका हथियार गदा है

गणाध्यक्षिण

सभी पिंडों के नेता

गुणिन

सभी गुणों के ज्ञानी

हरिद्र

स्वर्ण के रंग वाले

हेरम्ब

मां का प्रिय पुत्र

कपिल

पीले भूरे रंग वाले

कवीश

कवियों के स्वामी

कीर्ति

यश के स्वामी

कृपाकर

कृपा करने वाले

कृष्णपिंगाश

पीली भूरी आंख वाले

क्षेमंकरी

माफी प्रदान करने वाला

क्षिप्रा

आराधना के योग्य

मनोमय

दिल जीतने वाले

मृत्युंजय

मौत को हराने वाले

मूढ़ाकरम

जिनमें खुशी का वास होता है

मुक्तिदायी

शाश्वत आनंद के दाता

नादप्रतिष्ठित

जिन्हें संगीत से प्यार हो

नमस्थेतु

सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले

नन्दन

भगवान शिव के पुत्र

सिद्धांथ

सफलता और उपलब्धियों के गुरु

पीताम्बर

पीले वस्त्र धारण करने वाले

प्रमोद

आनंद

पुरुष

अद्भुत व्यक्तित्व

रक्त

लाल रंग के शरीर वाले

रुद्रप्रिय

भगवान शिव के चहेते

सर्वदेवात्मन

सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता

सर्वसिद्धांत

कौशल और बुद्धि के दाता

सर्वात्मन

ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले

ओमकार

ओम के आकार वाले

शशिवर्णम

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जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो

शुभगुणकानन

जो सभी गुणों के गुरु हैं

श्वेता

जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं

सिद्धिप्रिय

इच्छापूर्ति वाले

स्कन्दपूर्वज

भगवान कार्तिकेय के भाई

सुमुख

शुभ मुख वाले

स्वरूप

सौंदर्य के प्रेमी

तरुण

जिनकी कोई आयु न हो

उद्दण्ड

शरारती

उमापुत्र

पार्वती के पुत्र

वरगणपति

अवसरों के स्वामी

वरप्रद

इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता

वरदविनायक

सफलता के स्वामी

वीरगणपति

वीर प्रभु

विद्यावारिधि

बुद्धि के देव

विघ्नहर

बाधाओं को दूर करने वाले

विघ्नहत्र्ता

विघ्न हरने वाले

विघ्नविनाशन

बाधाओं का अंत करने वाले

विघ्नराज

सभी बाधाओं के मालिक

विघ्नराजेन्द्र

सभी बाधाओं के भगवान

विघ्नविनाशाय

बाधाओं का नाश करने वाले

विघ्नेश्वर

बाधाओं के हरने वाले भगवान

विकट

अत्यंत विशाल

विनायक

सब के भगवान

विश्वमुख

ब्रह्मांड के गुरु

विश्वराजा

संसार के स्वामी

यज्ञकाय

सभी बलि को स्वीकार करने वाले

यशस्कर

प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी

यशस्विन

सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव

योगाधिप

ध्यान के प्रभु

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