Byju Raveendran – Founder of Byju’s Learning App
Motivational Biography
भारत में अगर किसी sector में, सबसे ज्यादा पैसों की गुंजाइश है। तो वह education sector है। अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर education देने की कोशिश में। मां-बाप किसी भी हद तक चले जाते हैं। अच्छी University में दाखिला दिलाने के लिए। अच्छे कोर्स में admission कराने के लिए। वो लाखों खर्च करने के लिए तैयार बैठे हैं। किसी भी sector में दाखिले के लिए जरूरी है। आपको उसकी समझ हो। नतीजतन education sector लगातार आगे बढ़ रहा है।
ऐसे में education system को technology से जोड़कर, एक नया sector शुरू हुआ है- Ed-tech। जैसे आप cab के लिए Ola व Uber को install करते हैं। Food delivery के लिए, Zomato और Swiggy को install करते हैं। OTT पर web के लिए, Netflix, Amazon और Sony Liv को install करते हैं।
वैसे ही Online Education के जमाने में, learning apps को install करने का चलन, जबरदस्त तेजी से बढ़ा है। Technology और Education के इस Combination से ही बना है- Edtech। Edtech Sector बच्चों को personalize education दे रहा है। यानी कि भरे हुए class room में सैकड़ों बच्चों को पढ़ाते Professor से बिल्कुल अलग। इस Edutech Sector में भारत का सबसे बड़ा brand है- Byju’s ।
यह एक ऐसा startup है। जिसकी valuation महज 9 सालों में 95,000 करोड़ की हो गई है। जो कि भारत की चौथी most valued internet company है। वही ये इंडिया की नंबर वन education company भी है। इस कंपनी में Mark Zuckerberg ने $50 million invest किया है। जोकि Mark Zuckerberg का किसी इंडियन स्टार्टअप में पहला investment है।
Byju Raveendran – An Introduction
Byju Raveendran – Early Life And Family
बाईजू रवींद्रन का जन्म 1980 में कन्नूर जिले के अझीकोड गांव में हुआ था। इनका परिवार, एक संयुक्त मलयाली परिवार है। इनके पिता का नाम रविंद्रन है। जो Physics के teacher हैं। इनकी मां का नाम शोभना बल्ली है। वह भी Mathematics की teacher है। इनके एक छोटे भाई रिजु हैं। जो Byju’s Learning app के director हैं।
बाईजू रवींद्रन का विवाह दिव्या गोकुलनाथ के साथ हुआ। दिव्या की मुलाकात बाईजू से तब हुई। जब वह बाईजू की student हुआ करती थी। तभी उन दोनों में प्यार हो गया। फिर उन्होंने बाद में शादी कर ली। दिव्या Byju’s learning app की co-founder भी है। इन दोनों का एक बेटा भी है। जिसका नाम निश है।
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Education of Byju Raveendran
बाईजू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मलयालम मीडियम में की। जोकि कन्नूर का ही, एक स्कूल हुआ करता था। बाईजू का कहना है कि पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता था। लेकिन इसके बावजूद Maths व Science उनके प्रिय विषय थे। इसमें उनकी गहरी रुचि थी। मलयालम medium में होने के कारण, उनकी english काफी कमजोर थी। जिसे उन्होंने बाद में, english cricket commentary सुन-सुनकर मजबूत कर ली।
उनका पढ़ाई के बजाय खेलने में, ज्यादा मन लगता था। वह ज्यादा से ज्यादा समय क्रिकेट और फुटबॉल खेलने में दिया करते थे। जिसके चलते वह कई बार class भी bunk किया करते थे। बाईजू के अनुसार, उनके माता-पिता ने कभी भी पढ़ाई के लिए दवाब नहीं बनाया। क्योंकि उनके माता-पिता को मानना था। ज्ञान स्कूल के class से ज्यादा बाहर मिलता है।
बाईजू के parents ने teacher होने के बावजूद, उन्हें कभी teacher बनने की सलाह नहीं दी। इसके बजाय उन्होंने sports में जाने के लिए, inspire किया। जिसके चलते बाईजू university level पर, कई sports में शामिल हुए। जिनमें फुटबॉल, क्रिकेट, टेबल टेनिस, बैडमिंटन आदि शामिल है।
Schooling खत्म होने के बाद, बाईजू ने Calicut University से ही अपनी engineering की शिक्षा पूरी की। इसके बाद बाईजू की विदेशी shipping multinational company में job लग गई। यहां उनकी salary काफी अच्छी थी। यहां पर भी काम करते हुए। उन्होंने एक आम आदमी की तरह, कभी startup के बारे में नहीं सोचा।
Byju’s 100 Percentile in CAT Exam
नौकरी करने के दौरान, उन्हें किसी काम से 2003 में बेंगलुरु आना पड़ा। जहां पर उनके कुछ दोस्त Common Admission Test (CAT) की तैयारी कर रहे थे। जब उनके friends को कोई doubt आता। या फिर किसी particular topic को समझना होता। तब बाईजू ने उन्हें exam clear करवाने में मदद की। साथ ही साथ बाईजू ने trial basis पर CAT के exam में appear हुए।
CAT के exam में उनके दोस्तों ने, तो अच्छा किया ही। थोड़ी ही preparation में, उनका score 100 percentile आया। बाईजू Maths में, पहले से ही काफी अच्छे थे। अब अगर बाईजू चाहते। तो किसी भी top management institute से Master of Business Administration (MBA) pursue कर सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वह दोबारा से आउट ऑफ इंडिया job करने चले गए।
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Beginning of Byju’s Teaching Career
इसके बाद 2005 में बाईजू लंबी छुट्टी लेकर भारत आए। इस बार उनके friends ने CAT की preparation कर रहे, students को demo class देने के लिए बुलाया। Students को उनका पढ़ाया हुआ पसंद आ गया। इसके बाद बाईजू ने अपना पहला बैच, अपने फ्रेंड के घर के terrace पर ही शुरू कर दिया।
उनके इस batch में लगभग 20 स्टूडेंट थे। थोड़े ही समय में आसपास के शहर के स्टूडेंट भी बाईजू से क्लास लेने आने लगे। उनके batch की strength बढ़ने लगी। Finally, बाईजू अपनी जॉब छोड़कर full-time teacher बन गए। बहुत बार वह एक ही हफ्ते में, अलग अलग शहर के बड़े-बड़े auditorium में hundreds of student को पढ़ाया करते थे।
अपने friends के suggestions पर, बाईजू ने revision classes और doubt session को online record करना शुरू दिया। उस समय satellite classes इतने popular नहीं थे। दूसरी तरफ, बाईजू frequently आसपास के शहरों में जाकर पढ़ाया करते थे। जिसके कारण बाईजू आसपास के शहरों में भी popular हो गए थे।
बाईजू दोबारा ने अपने आप को परखने के लिए CAT का exam दिया। इस बार भी इन्होंने 100 percentile से CAT के exam को qualify किया। दो बार CAT qualify करने के बाद, हर तरफ से इनको classes व speech देने के लिए invitation आने लगे। एक-दो invitation के बाद ही, इनके 1200 – 1200 के auditorium full होने लगे।
जब इनके auditorium full होने लगे। तब इनके ऐसे हालात हो गए। कि इनकी देश भर में सुबह एक शहर में, तो शाम दूसरे शहर में बीतने लगी। इनके students, प्रतिष्ठित संस्थानों IIMs, IITs और दूसरे जगह पर select होने लगे। बाईजू के कुछ students ने, इन्हें दोबारा join करने का निर्णय लिया।
2009 तक उनके, अपने 5 brilliant students ने उन्हें join कर लिया। उस समय बाईजू ने महसूस किया कि primary व middle level के schools में बहुत कमियां है। इस level पर बच्चों के पास quality education का access नही है। उनके पास uniformity of learning (सीखने की एकरूपता) का अभाव है।
Establishment of Byju’s Learning App
बाईजू ने अपनी टीम के साथ स्कूल के बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया। इसी बीच उन्होंने 30 नवंबर 2011 में Think & Learn Pvt.Ltd नाम से एक कंपनी की शुरुआत की। इसके तहत, वह हर जगह जाकर seminar व webinar के द्वारा पढ़ाया करते थे। उनकी पढ़ाई हुई classes को बच्चे Byju’s Classes बोला करते थे। यहीं से यह नाम प्रसिद्ध होना शुरू हुआ।
यहां पर भी कामयाबी के बाद, सन 2015 में Byju’s – The Learning App को launch किया। इसमें सारे concept को इतने अच्छे से clear किया गया था। ताकि बच्चों को कोई परेशानी न हो। जिसे पहले ही साल में, 55 लाख लोगों ने download किया। इसके Brand Ambassador शाहरुख खान है। धीरे-धीरे कंपनी बढ़ती गई। उनकी सफलता को देखते हुए। कई सारे investor की तरफ से funding भी मिलने लगी।
आज के समय में कंपनी की valuation $16.5 Billion है। जो कि सिर्फ इंडिया की सबसे बड़ी Edtech कंपनी ही नहीं, बल्कि पूरे world की Edtech की सबसे बड़ी company में Byju’s नाम हो गया है। यही नहीं इनके investors में भी वर्ल्ड के सबसे बड़े investor है। जिनमें Mark Zuckerberg, Blackrock, Sands Capital और Alkeon जैसे बड़े partners शामिल है।
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How Byju’s Became the Sponsor of Indian Cricket Team
2019 में Byju’s में ने इंडियन क्रिकेट टीम और उसकी जर्सी को sponsored किया। ये sponsorship 2022 तक के लिए है। इसके पहले इंडियन क्रिकेट टीम की sponsorship, चाइनीस मोबाइल कंपनी OPPO के पास थी। OPPO ने 5 सालों के लिए, इंडियन क्रिकेट टीम की sponsorship ली थी।
लेकिन 2 सालों में ही उसने इस contract को वापस ले लिया। बचे हुए 3 सालों के लिए, Byju’s ने Indian Jersey की sponsorship ली है। बीसीसीआई का कहना है कि इसमें उनका कोई नुकसान नहीं हुआ है। जो amount 3 सालों के लिए ओप्पो को देना था। वह अब Byju’s pay करेगा। Byju’s के पहले से ही brand ambassador शाहरुख खान है।
How Byju’s Acquired Aakash Institute
Byju’s ने तेजी से अपने कारोबार का विस्तार करते हुए। आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड को खरीद लिया। यह deal करीब ₹7,300 करोड़ में हुई। यह deal Byju’s की सबसे बड़ी deal में से एक है। दुनिया में शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इसे सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है। इस deal के तहत, आकाश के founder और Black Stone group Byju’s के minority शेयर होल्डर बन गए हैं।
किसी company का अधिग्रहण होने के बाद, उसका नाम बदल जाता है। लेकिन इस deal में ऐसा नहीं होगा। आकाश का नाम, अब भी आकाश ही रहेगा। Byju’s के अनुसार, इस deal का मुख्य कारण market expansion है। जिसकी वजह से Byju’s की online के साथ-साथ, कुछ हिस्सेदारी offline में भी हो जाएगी। आकाश इंस्टीट्यूट मेडिकल की तैयारी के लिए, भारत का सबसे Best institute माना जाता है।
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Companies Acquired By Byju’s in The World
Byju’s भारतीय बाजार में अच्छे से कब्ज़ा करने के बाद, अब Middle East में भी अपनी presence बना रहा है। 2017 में Byju’s Harvard Business School की case study भी बना। Byju’s अब USA, UK, South Africa और Global Market में भी कब्जा करने के target में है। USA में footprint बनाने के लिए, Byju’s ने जनवरी 2019 में US based Learning Platform OSMO को acquire कर लिया था।
Class 1st से 3rd के लिए, अपने initial learning app को launch करने के लिए, डिज्नी के साथ टाईअप किया। Osmo के अलावा भी बहुत सारी educational technology कंपनी को acquire किया है। जैसे Tutorvista, Edurite, Math Adventures, White Hat Jr., Labln App। US के बाद Byju’s plan कर रहा है। UK, Australia और New Zealand के लिए भी।