Vivek Bindra Biography in Hindi | एक Monk से एक Millionaire

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ठुकरा दिया जिन्होंने, मुझे मेरा वक़्त देखकर। 

कसम खाता हूं, ऐसा वक्त लाऊंगा 

कि मिलना पड़ेगा लोगों को, मुझसे वक्त लेकर।।

      जब कुछ न हो छिपाने को। तो बहुत कुछ होता है। दुनिया को दिखाने को। ऐसा नहीं है कि अगर इंसान के पास पैसा है तो ही वह कुछ कर सकता है पैसे से ज्यादा जरूरी है इंसान का के पास कुछ कर दिखाने का जज्बा व जुनून का होना। आज की बायोग्राफी भी एक ऐसे मोटिवेशनल स्पीकर के बारे में है। एक ऐसे बिजनेस कोच के बारे में है। जिनकी वीडियो को देखकर। न जाने कितने सारे लोगों ने, सुसाइड करने से अपने आपको रोका।

      वही न जाने कितने सारे डूबते हुए बिजनेस दोबारा से खड़े हो गए। जिन्होंने पूरी इंडिया को Bounce Back करवाया। एक समय उनको companies ने, unfit trainer बोलकर निकाल दिया था। एक समय उनको भी बोला जाता था। क्या है, ये आदमी। इतनी जल्दी-जल्दी बोलता है। समझ में ही नहीं आता। लोग उनका मजाक भी बनाया करते थे। लेकिन आज वही व्यक्ति, सभी की लिए inspiration बना हुआ है।

     अगर आपसे पूछा जाए कि एक सन्यासी क्या कर सकता है। तो आप कहेंगे कि वह जप कर सकता है। तपस्या कर सकता है। ईश्वर का भजन व कीर्तन कर सकता है। लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि एक सन्यासी ने करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी। उन्होंने हजारों लोगों को सफल बना दिया। उन्होंने लोगों के डूबते बिज़नेस को, ऊंचाइयों पर पहुँचा दिया। यह सारी abilities केवल एक ही बंदे में। एक ऐसे ही  व्यक्तित्व के धनी। जो कि एशिया के Number One बिज़नस कंसलटेंट व बिजनेस कोच है। जिन्हें हम सभी जानते व पहचानते है। वह है- भारत के Motivational Speaker डॉ विवेक बिंद्रा जी।

Dr. Vivek Bindra Success Story in Hindi

Dr. Vivek Bindra- An Introduction

 

Dr. Vivek Bindra 

Motivational Speaker and Business Coach

Ek Nazar

नाम

डॉ० विवेक बिंद्रा

उपनाम

बिंद्रा सर, विवेक जी

जन्म-तिथि

5 अप्रैल 1978

जन्म-स्थान

लखनऊ, उत्तर प्रदेश

माता-पिता

ज्ञात नही

पत्नी

गीता सबरवाल

बच्चे

माधव बिंद्रा (बेटा)

स्कूल

सेंट जेवियर कॉलेज, नई दिल्ली

कॉलेज

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल बिजनेस, नोएडा

शैक्षिक योग्यता

BBA व MBA

प्रभावित 

श्रीमद्भगवद्गीता से

पेशा

● पब्लिक स्पीकर 

● यूटूबर 

● बिज़नेस कोच 

● कारपोरेट ट्रेनर 

● लेखक

फाउंडर

 व 

सीईओ


BadaBusiness.com








पुरस्कार

सम्मान

• बेस्ट कीनोट स्पीकर- आगरा बिज़नेस फोरम

• बेस्ट कारपोरेट ट्रेनर- मारुति सुजुकी

• बेस्ट मोटिवेशनल स्पीकर- मारुति सुजुकी

• इंडिया ग्रेटेस्ट ब्रांड एंड लीडर अवॉर्ड

• थिंग टैंक ऑफ कॉरपोरेट एशिया वर्ल्ड लीडरशिप फेडरेशन, दुबई

• बेस्ट सीईओ कोच इन  इंडिया- टाइम्स ऑफ इंडिया

• गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

• AME एक्सीलेंस अवार्ड

• द गेम चेंजर ऑफ द ईयर- इकोनॉमिक्स टाइम्स

इनकम

75 – 80 लाख / माह (लगभग)

8 करोड़ / वर्ष

नेट-वर्थ

$7.5 मिलियन

विवेक बिंद्रा जी का प्रारम्भिक जीवन
Early Life of Dr. Vivek Bindra

 विवेक बिंद्रा जी का जन्म 5 अप्रैल 1978 को, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ। विवेक बिंद्रा का शुरुआती जीवन काफी संघर्षमय रहा है। जब यह महज ढ़ाई साल के थे। तभी इनके पिता जी की मृत्यु हो गई। फिर इनकी मां ने, दूसरी शादी कर ली। एक छोटा-सा बच्चा कम उम्र में ही, बिना मां-बाप का हो चुका था। आप सब समझ सकते हैं कि बिना मां-बाप के बच्चे का जीवन कैसा रहा होगा। उस पर क्या क्या बीती होगी।

      इन्हीं सब हालातों के चलते, यह अपनी मां के साथ भी नहीं रह पाए। इन family circumstances की वजह से, विवेक अपने चाचा व दादा जी के साथ रहने लगे। उन्हीं के साथ, इनका ज्यादा वक्त बीतने नहीं लगा। बचपन में जब, वह अपने दोस्तों के घर जाया करते थे। तो उन दोस्तों के माता-पिता उन्हें भगा दिया करते थे। उनका मानना था कि जिस बच्चे के माता-पिता नहीं हैं। उस बच्चे के साथ, हमारा बच्चा बिगड़ जाएगा। तब विवेक अपने आपको बहुत अकेला महसूस किया करते थे।

       विवेक जी ने जैसे-तैसे करके, अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की। विवेक जी के करीबी लोगों का कहना है कि वे बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। आगे चलकर भी, वह उच्च शिक्षा को प्राप्त करना चाहते थे।

विवेक बिंद्रा का शिक्षा के लिए संघर्ष
Dr. Vivek Bindra - Struggle for Education

  विवेक जी को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल के sports में  काफी रुचि थी। बहुत सारे स्कूलों को बदलने के बाद, विवेक जी दिल्ली पहुंचे। इन्होंने आगे की शिक्षा सेंट जेवियर कॉलेज, दिल्ली से पुरी की। विवेक बिंद्रा जी का इंटरेस्ट बिजनेस में बहुत ज्यादा था। तो उन्होंने अपनी एमबीए की पढ़ाई, एमिटी इंटरनेशनल स्कूल बिजनेस, नोएडा से की। इसी बीच विवेक जी का एडमिशन University of East London (UEL) में हो गया।

       इसमें एडमिशन लेने के लिए, बहुत पैसा चाहिए था। लेकिन उनके पास इतना पैसा नहीं था। इसलिए उनकी यह इच्छा बाकी रह गई। अब वह काफी ज्यादा टूट चुके थे। जब यह 16 साल के थे। तो इन्होंने अपनी कोचिंग शुरु की। घर पर ही बच्चों को पढ़ाने लगे। इनका दिमाग़ बचपन से ही बिजनेस में ज्यादा चलता था। कोचिंग काफी अच्छी चल रही थी।

      इन्होंने कोचिंग को आगे बढ़ाने के लिए, कुछ अलग ही try किया। विवेक जी ने बहुत सारे teachers से contact किया। फिर उनकी एक टीम बनाई। ताकि सारे teachers घर-घर जाकर, students को home tuition दे सकें। इसमें दोनों का ही फायदा होता था। अर्थात Education With Entrepreneurship। यह motivation तब आया। जब उन्हें अपना पहला struggle झेलना पड़ा। 

   इन सबके बावजूद UEL में, इनके एडमिशन का मौका चला गया। इससे यह बहुत ज्यादा disappointed भी हुए। उस समय इन्होंने महसूस किया। कि यह समस्या सिर्फ़ उनकी नहीं है। कि वह नहीं जा सके। बल्कि उनके जैसे हजारों लोगों की है। आगे चलकर, उन्होंने इसी बात को अपना मिशन बनाया। किसी तरह से इन्होंने अपनी MBA की पढ़ाई पूरी की। इस दौरान उन्होंने चौराहे पर, Dictionary भी बेची।

विवेक बिंद्रा की स्पोर्ट्स में रुचि
Vivek Bindra - Interest in Sports

 विवेक जी को स्पोर्ट्स में अच्छा खासा interest था।  इन्होंने खेलकूद में 100 से भी ज्यादा मेडल जीते। यह एथेलेटिक्स में नेशनल रनर थे। यह जब भी मैच खेलते थे। तो हारे हुए मैच को, अपनी life से relate  करते थे। Depression के time को हैंडल करने के लिए, जो ताकत आती थी। वह ‘Bounce Back’ शब्द से आती थी। 

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     विवेक जी का मानना है कि बच्चों को controlled environment में रखना चाहिए। उन्हें कोई भी चीज, एकदम आसानी से नहीं देनी चाहिए। क्योंकि अगर हम कोई भी चीज, उन्हें आसानी से देंगे। तो बच्चों को उसकी कीमत का पता नही चलेगा। उनका यह भी मानना है कि अगर उनके जीवन में खेल नहीं होते। तो जिस तरह से, उनका जीवन काफी सारे संघर्षों से गुजरा है। वह आसानी से आगे नहीं बढ़ता।

विवेक बिंद्रा जी का सन्यासी जीवन
Sanyasi Life of Dr. Vivek Bindra

  विवेक बिंद्रा जी ने अपनी education पूरी करने के बाद, एक दिन सोचा। न तो उनके माता-पिता हैं। न भाई-बहन हैं। न ही कोई दोस्त-यार है। तो क्यों न मैं अपनी बची हुई जिंदगी, ईश्वर की सेवा में लगा दूं। यह सोचकर, वे इस्कॉन के एक आश्रम में चले गए। जहाँ इन्होंने 4 सालों तक सन्यासी का जीवन बिताया। 

    आश्रम में इन्होंने एक साधू की तरह जिंदगी जीना शुरू किया। वह भिक्षा मांगते,  जमीन पर सोते, दिन भर काम करते, सुबह उठकर मेडिटेशन करते। शास्त्रों का अध्ययन किया। इन्होंने दुनिया जगत का मोह त्याग दिया। एक दिन वह काफी व्यथित थे। तो उनके गुरु जी ने उन्हें एक किताब दी। उन्होंने कहा कि अगर तुम यह किताब पढ़ लेते हो। तो तुम्हारे life की बहुत सारी problems दूर हो सकती है।  वह किताब थी- श्रीमद्भगवद्गीता।

    भगवत गीता पढ़ने से उनकी life में बहुत सारे परिवर्तन आए। इससे उन्होंने जीवन को बहुत गहराई से सीखा और समझा। यह उनकी life का सबसे बड़ा turning point था। वह भगवत गीता से इतना inspire हुए। कि उन्होंने अपनी जिंदगी ही बदल डाली। वह हमेशा महसूस करते थे कि मैं अर्जुन तो नहीं हूँ। लेकिन उन्हीं की तरह सुनने का प्रयास कर रहा हूं।

    यहां से उन्हें ऐसा inspiration मिला। कि भगवान श्री कृष्ण ने जगह-जगह ऐसा बताया है। कैसे एक hopeless end को, एक endless hope बनाये। एक breakdown को, एक breakthrough कैसे बनाएं। बस cry नहीं करना है। बल्कि try करना है। उनके गुरु जी ने कहा कि अगर तुम जीवन में बड़ी समाज सेवा करना चाहते हो। तो तुम्हे यह आश्रम छोड़ना होगा।

विवेक बिंद्रा के कैरियर की शुरुआत
How Vivek Bindra started his Career?

   भगवत गीता से inspire होकर, विवेक जी कॉलेज व कारपोरेट में जाने लगे। वहाँ पर भगवत गीता पर lecture देने लगे। वे यह मानते हैं कि भगवत गीता ही उनकी सफलता का कारण है। हभगवत गीता के principles को अपनी life में implement करना चाहिए। इसके principles हमारी life को सही तरीके से जीने का जरिया है। अगर हम इन principles को, अपनी life में अच्छे तरीके से implement कर पाए। तो ये हमारे जीवन को और बेहतर बना देगा।

      2013 में इन्होंने अपना एक youtube चैनल बनाया। जिसमें वे english में content देने लगे। लेकिन इसमें अच्छे रिजल्ट नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने decide किया कि वह अपना सारा content हिंदी में देंगे। वह अपनी मेहनत व लगन से आगे बढ़ते चले गए। लेकिन शायद जिनका goal तो कुछ और ही था। यह उस मुकाम तक पहुंचना चाहते थे। जहाँ से लोगों को, हर तरीके से support दे सके। ताकि जो परेशानियों उन्होंने झेली है। उसका सामना किसी और को न करना पड़े।

      इसी सवाल ने उन्हें, उनके career की राह दिखा दी। उन्होंने यह ठान लिया। कि जो भी बिजनेस करना या अपने बिजनेस को grow करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को मैं ट्रेनिंग दूंगा। इसके लिए इन्होंने business plan बनाना शुरु कर दिया। अब जिन्हें भी अपने बिजनेस के लिए, जरूरत होती थी। उन्होंने अपने ideas दिखाने लगे। लोगों को भी उनकी idea पसंद आने लगे। इस तरह उनके clients भी बढ़ने लगें। उनके ideas ऐसे डिजाइन किए गए थे। जो भी इन्हें apply करता। उसे 100% best result मिलता था।

बड़ा बिज़नस डॉट कॉम की स्थापना
Establishment of Badabusiness.com

 ज्यादा से ज्यादा लोगों की help करने के लिए, विवेक बिंद्रा ने अपना खुद का एक ऑफिस शुरु कर दिया। वह खुद की भी, एक brand की तरह marketing करने लगे। उन्होंने कुछ books, offline व online जारी की। लेकिन उनकी books को इतनी सफलता नहीं मिली। उनकी books एक average result तो दे रही थी। लेकिन विवेक खुद, जिस भी customer के लिए काम करते। उसे best result provide करते थे।

     विवेक जी ने अपने youtube channel पर, popular brands के case study videos बनाने लगे। यह videos लोगों को अत्यधिक पसंद आने लगे। देखते-देखते उनके subscribes का graph बढ़ता ही जा रहा था। लोगों की demond को देखते हुए। उन्होंने अपने subscribes की choice के अनुसार, business and case studies वीडियोस बनाने लगे। विवेक जी अपने youtube channel को FREE LEARNING UNIVERSITY कहते है।

यहां पर कोई भी free में business को सीख सकता है। साथ ही में, खुद को motivation से हरा-भरा रख सकता है। आज उनके youtube channel पर 19 मिलियन से भी ज्यादा subscribes है। उनके ज्यादातर सेमिनार paid होते हैं। जिसकी वजह से, हर कोई उनके सेमिनार अटेंड नहीं कर पाता। लेकिन हर कोई, उनके youtube videos से free में बहुत कुछ सीख सकता है।

विवेक बिंद्रा का ट्रेनिंग प्रोग्राम
Training Program of Dr. Vivek Bindra

Youtube पर सफलता हासिल करने के बाद। अब उन्होंने खुद के leadership पर program करना start कर दिया। यहां पर उनके clients को full business training दी जाती है। इस प्रोग्राम से, सभी बिजनेसमैन को फायदा होने लगा। अपनी success को देखते हुए। उन्होंने अपनी एक team बना ली। Team बन जाने की  वजह से। बिंद्रा जी अपने काम को आसानी से लोगों का पहुंचा पा रहे थे।

      विवेक बिंद्रा जी के पास लगभग दो से ढाई हजार client है। जिनमें छोटे से लेकर बड़े कॉर्पोरेट तक शामिल हैं। बड़े कार्पोरेट में मारुति सुजुकी, अपोलो, मेदांता जैसे कई अन्य। इनके ट्रेनिंग प्रोग्राम की सफलता के पीछे उनका मानना है। कि उन्होंने भगवत गीता और बिजनेस को combined कर दिया। वो अपने content के बारे में कहते हैं। कि इसे पढ़ो मत, realize करो।

     उनका मानना है कि अगर आप मुंह से बोलोगे। तो वह लोगों के कान को stimulate करेगा। अगर आप दिमाग से बोलोगे। तो वह उनके दिमाग को stimulate करेगा। लेकिन जब आप उसे पढ़कर, उसे apply करके और उसे realize करके बोलोगें। तो वह realization re-burn होगा। वो सामने वाले के heart को stimulate करेगा। जिस वजह से, वह सामने वाले का ह्रदय परिवर्तन कर देगा।

     आज विवेक बिंद्रा देश के हर शहर में जाकर, अपना सेमिनार दे रहे है। जहां पर life में success कैसे होना है। अपने बिजनेस को कैसे successful बना सकते हैं। इसके बारे में, लोंगो को educate कर रहे हैं।

विवेक बिंद्रा की लाइफस्टाइल, इनकम व नेटवर्थ
Dr. Vivek Bindra - Lifestyle, Income and Net-Worth

विवेक बिंद्रा जी एक नहीं, बल्कि अनेक प्रकार के काम कर रहे हैं। जैसे कि Youtuber, CEO Coach, Business Trainer Motivational Speaker। इनकी इनकम का ठीक-ठीक अंदाजा लगाना मुश्किल है। लेकिन फिर भी कुछ सूत्रों के अनुसार, विवेक बिंद्रा जी 2.5 लाख प्रतिदिन तथा 75 लाख प्रतिमाह कमाते है। वहीं 8 करोड़ प्रतिवर्ष कमाते है।

     इनकी नेट-वर्थ $7.5 मिलियन है। विवेक बिंद्रा जी अपने परिवार के साथ ओखला इंडस्ट्रियल एरिया, दिल्ली में रहते है। इनके पास Volvo xc 90, Audi Q7, BMW X5 जैसी Luxury Cars है।

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