मोहम्मद सिराज के खेल-कूद से जुड़े आंकड़े, करियर, आईपीएल, जीवन परिचय, बायोग्राफी। [Mohammed Siraj Biography in Hindi] (wife, net worth, age, height, house, jersey number, father)
हिंदी भाषा में एक मशहूर कहावत है। मंजिल उन्हीं को मिलती है। जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता। हौसलों से उड़ान होती है। दुनिया में ऐसे बहुत से, special लोग हैं। जिन्होंने इस कहावत को, सच करके दिखाया है। अभी हाल ही में इस लिस्ट में। हमारी भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए, सितारे का नाम भी जुड़ गया है।
क्रिकेट भारतीय लोगों के लिए, सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जूनून है। यहां हर कोई क्रिकेट के लिए passionate और cricketers का दीवाना है। इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल होने के लिए, तो काफी मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन लोग क्रिकेटर के, टीम में आने से पहले की मेहनत और उसके struggle बारे में नहीं जान पाते। आज हम इंडियन टीम के, एक ऐसे ही क्रिकेटर के बारे में जानेंगे।
हैदराबाद की तंग गलियों से star बनकर निकला। एक ऑटो ड्राइवर का बेटा। सपने अगर जगी आंखों से देखे जाएं। तो वह सच होते हैं। खासकर तब, जब आपके अंदर लगन की कोई कमी ना हो। अपने सपनों को साकार करने के लिए, इस खिलाड़ी ने बहुत मेहनत की है। जिसने एक ऑटो ड्राइवर के बेटे होने के बावजूद भी, आज ऊंचाइयों के शिखर को हासिल किया है।
Australia दौरे पर test series में अपनी कमाल की fast bowling से, सबको अपना fan बना चुके हैं। मोहम्मद सिराज आज पूरे देश में काफी popular हो चुके हैं। इसके पीछे वजह है। उनका जबरदस्त प्रदर्शन। आज भले ही सिराज के चाहने वाले लाखों में हो।
एक ऐसा भी वक्त था। जब सिराज को, अगर कोई यह कहता। तुम पूरे देश में जाने जाओगे। तो वह खुद भी, इस बात पर विश्वास नहीं करते। लेकिन मेहनत इंसान को, कहीं भी पहुंचा सकती है। यह सिराज की मेहनत ही है। जो वह इस मुकाम पर पहुँच सके।
मोहम्मद सिराज के संघर्ष की कहानी
Mohammed Siraj Biography in Hindi
पूरा नाम | मोहम्मद सिराज |
जन्म | 13 मार्च 1994 |
जन्म स्थान | हैदराबाद, तेलंगाना |
पिता | मोहम्मद गौस (ऑटो-रिक्शा चालक) |
माता | शबाना बेगम (नौकरानी) |
भाई | मोहम्मद इस्माइल (सॉफ्टवेयर इंजीनियर) |
शैक्षिक योग्यता | 12वीं |
विद्यालय | सफा जूनियर कॉलेज, नामपली, हैदराबाद |
व्यवसाय | गेंदबाज (भारतीय क्रिकेट टीम) |
बल्लेबाजी (शैली) | दाहिने हाथ के बल्लेबाज |
गेंदबाजी (शैली) | दाहिने हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज |
घरेलू क्रिकेट | रणजी,हैदराबाद |
शौक | संगीत सुनना |
पसंदीदा क्रिकेटर | डेल स्टेन (गेंदबाज)मिशेल स्टार्क (गेंदबाज) |
IPL में डेब्यू | सनराइजर्स हैदराबाद (2017) |
वनडे डेब्यू | ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (जनवरी 2019) |
टेस्ट डेब्यू | ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (दिसंबर 2020) |
टी-20 डेब्यू | न्यूजीलैंड के खिलाफ (नवंबर 2017) |
कोच/ संरक्षक | कार्तिक उथप्पा भरत अरुण |
मोहम्मद सिराज का बचपन
मोहम्मद सिराज का जन्म 13 मार्च 1994 को हैदराबाद के, एक छोटे से मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहम्मद गौस था। जो हैदराबाद में ऑटो रिक्शा चलाने का काम किया करते थे। उनकी माता का नाम शबाना बेगम है। जो घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए, परिवार की मदद की किया करती थी। वह दूसरों के घरों में जाकर काम करती थी।
इनके परिवार में सिराज के, एक बड़े भाई मोहम्मद इस्माइल भी हैं। जो इस वक्त software engineer है। सिराज के घर में मुख्य कमाई का स्रोत, उनके पिता ही थे। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी। वह एक तंग गलियों वाली, बंजारा हिल्स बस्ती में किराए के मकान में रहते थे। सिराज ने अपना सारा बचपन इसी घर में रहकर गुजारा।
सिराज ने अपने स्कूल की पढ़ाई हैदराबाद के एक छोटे से स्कूल से की। इन्होंने 12वीं तक की शिक्षा सफा जूनियर कॉलेज,नामपली, हैदराबाद से पूरी की। इन्होंने मात्र 7 वर्ष की उम्र में, क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
सिराज की रूचि बचपन से ही, क्रिकेट में थी। कई बार तो वह क्रिकेट खेलने के चक्कर में, स्कूल भी नहीं जाते थे। इसी वजह से कई बार, उनके स्कूल के रिजल्ट भी खराब आए इसी वजह से उन्हें, अपने पिता से डांट भी सुनने को मिलती थी। इसी प्रकार जाने : Shreyas Iyer Biography In Hindi। डिप्रेशन और रिजेक्शन को मात देकर उभरा महान बल्लेबाज।
परिवार का सिराज के कैरियर मे सपोर्ट
सिराज के बड़े भाई इस्माइल को उनके talent का अच्छे से पता था। इसीलिए वह उन्हें हमेशा क्रिकेट खेलने के लिए, support करते थे। सिराज का मानना है कि उनसे ज्यादा, उनके भाई को उन पर विश्वास था। यह उनके बड़े भाई का ही support है। जिसके कारण वो आज इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे है।
शुरुआती दौर में, जब सिराज ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। तब वह गेंदबाजी नहीं, बल्कि बल्लेबाजी करना ज्यादा पसंद करते थे। एक दिन जब वह अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। तब उनके एक करीबी दोस्त ने सलाह दी। उन्हें अपनी batting छोड़कर bowling पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि उनकी bowling, उनकी batting से कई गुना बेहतर है।
अपने दोस्त की यह बात, सिराज के जेहन में बैठ गई। उसी दिन से उन्होंने batting छोड़कर, अपना पूरा focus bowling पर लगाने लगे। सिराज आज भी अपने उस दोस्त की, इस सलाह के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं। क्योंकि अगर वह सिराज को bowling करने की सलाह नहीं देता। तो फिर शायद हम, आज उनकी बात कर ही नहीं रहे होते।
सिराज के कैरियर मे संघर्ष
सिराज ने बहुत ज्यादा गरीबी में अपना जीवन बिताया था। एक समय उनके हालात, इतने ज्यादा खराब थे। उनके पास practice करने के लिए, एक real cricket ball खरीदने के भी पैसे नहीं हो पाते थे। इसलिए वह रबर और टेनिस की सस्ती ball से ही practice किया करते थे। आपको हैरानी होगी कि सिराज कभी भी, किसी भी cricket academy में, training के लिए नहीं गए। इसके साथ ही बचपन में भी, उन्हें किसी coach से training नहीं मिल पाई।
दरअसल उनके पास, कभी भी इतने पैसे हो ही नहीं पाए। वह किसी cricket academy को join कर सकें। क्रिकेट एक ऐसा खेल है। जिसमें किसी अच्छे coach से training लेना। बहुत ही ज्यादा important माना जाता है। खासतौर से जब, आप क्रिकेट खेलना सीख रहे हो। तब तो coaching लेने का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
लेकिन सिराज ने, यह बात साबित करके दिखाई। अगर इंसान के अंदर जुनून हो। तो वह किसी भी cricket academy या coach के भी। खुद से मेहनत करके high level cricket सीख सकता हैं। दरअसल सिराज अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए, दिन-रात मेहनत किया करते थे। वह चाहते थे कि जल्द से जल्द, उन्हें कामयाबी मिल जाए। ताकि वह इस उम्र में अपने पिता को आराम दे पाएं। इसी प्रकार जाने : हार्दिक पांड्या जीवन परिचय। Hardik Pandya Biography in Hindi (Net worth)।
सिराज के कैरियर का Turning-Point
दरअसल सिराज को, सिर्फ एक मौके की तलाश थी। वह मौका उन्हें 2015 में मिल गया। सिराज के एक friend ने हैदराबाद के चारमीनार क्लब को join करने का न्योता दिया। सिराज ने भी इस offer को accept करके, उस क्लब को तुरंत ही join कर लिया। इस club के लिए खेलते हुए। उन्होंने अपनी performance से सभी को बहुत ही ज्यादा impress किया। इस performance की वजह से ही उनका नाम state under 23 के भी संभावित खिलाड़ियों में आने लगा था।
हालांकि उन्हें आगे कई मौके मिले और कई नहीं भी। लेकिन उन्होंने खुद को बेहतर बनाने में पूरा समय बिताया। आखिरकार उनकी यह मेहनत 15 नवंबर 2015 के दिन रंग लाई। जब उन्होंने हैदराबाद के लिए, अपने कैरियर का पहला रणजी मैच खेला। हालांकि उनका यह पहला मैच उनके लिए कोई खास नहीं रहा। जिसके चलते वह इस session का रणजी का, कोई और मैच नहीं खेल पाए।
सिराज में अपनी पहचान 2016-17 Season के रणजी में बनाई। यह उनके लिए सबसे बड़ा turning point साबित हुआ। जब उन्होंने हैदराबाद को रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने में मदद की। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने तब 9 मैचों में 41 विकेट चटकाए। इस tournament में वह तीसरे सबसे तेज व सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। मोहम्मद सिराज के इस प्रदर्शन से, उन्हें काफी फायदा मिला। इसी के कारण, उन्होंने (Indian Premier League) IPL में भी अपना डेब्यू कर लिया।
मोहम्मद सिराज का IPL मे Selection
रणजी में जबरदस्त performance की वजह से IPL के Selectors की नजर उन पर पड़ी। फिर साल 2017 में उन्हें IPL में सनराइजर्स हैदराबाद टीम के द्वारा 2 करोड़ 60 लाख रुपए के बड़ी रकम में खरीद लिया गया। यहां पर गौर करने वाली बात यह थी। कि सिराज का base price सिर्फ 20 लाख रुपए रखा गया था। इसके साथ ही यह उनके career का पहला IPL Season होने वाला था।
लेकिन इसके बावजूद भी, उन्हें इस बड़ी रकम में खरीदा जाना। उनके लिए बहुत ही बड़ी उपलब्धि थी। इन पैसों से सिराज ने, सबसे पहले अपने माता-पिता के लिए एक घर लिया। क्योंकि उनके parent ने पूरी जिंदगी गरीबी और तंगी में बिताई थी। सिराज चाहते थे कि अब उनके parent life को थोड़ा enjoy करे।
अपने इस पहले IPL season में सिराज ने कुल 6 मैच खेले। इन छह मैचों में 10 विकेट चटकाकर, उन्होंने अपनी bowling से, सभी को काफी प्रभावित किया। इसके अलावा उसी साल, विजय हजारे ट्रॉफी में भी, उनकी performance बहुत अच्छी रही थी। इसके बाद वह 2018 में रॉयल चैलेंजर, बेंगलुरु के लिए खेलने लगे। अब यह IPL में Royal Challengers के लिए ही खेलते हैं।
सिराज के बारे में, एक interesting बात ये है। जब ये 2020 में IPL खेल रहे थे। तब सिराज ने इस IPL के एक मैच में, 2 maiden over दिए। IPL की history में यह पहले ऐसे bowler है। जिन्होंने एक मैच में दो maiden over दिए थे। इसी प्रकार जाने : Surya Kumar Yadav Biography in Hindi। वर्ल्ड कप मे चमकेगा सूर्या।
सिराज का इंटरनेशनल क्रिकेट मे आगाज़
अब अगर इंटरनेशनल क्रिकेट की बात की जाए। तो भारतीय टीम में खेलने का, उनका सपना 4 नवंबर 2017 में पूरा हुआ। उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ एक T-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में, भारतीय टीम में जगह दी गई। जहां पर इन्होंने सबसे खतरनाक बल्लेबाज Kane Williamson को out किया। इसके अलावा उन्होंने अपना पहला एक दिवसीय मैच (ODI) 15 जनवरी 2019 के दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
अब तक यह बात तो सभी के समझ में आ चुकी थी। सिराज एक जबरदस्त bowler हैं। आने वाले समय में, वह टीम के अहम गेंदबाजों में से एक हो सकते हैं। लेकिन भारतीय टीम के लिए, उनकी best performance अभी आना बाकी थी। उनकी यह performance उस समय सामने आई। जब उन्हें 2020-21 के आस्ट्रेलिया दौरे पर, भारतीय टेस्ट टीम में जगह दी गई। इसी प्रकार जाने : KL Rahul Cricketer Biography in Hindi। T20 क्रिकेट का असली बादशाह।
सिराज का क्रिकेट प्रति समर्पण
मोहम्मद सिराज के भारतीय टीम के साथ, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने के कुछ दिनों बाद ही। उनके पिता का देहांत हो गया। इस तरह अचानक पिता का देहांत होना। सिराज के लिए, उनकी जिंदगी की सबसे मुश्किल घड़ी थी। हालांकि वह चाहते, तो सीरीज को छोड़कर भारत वापस आ सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। क्योंकि यह उनके पिता का ही सपना था। उनका बेटा भारत के लिए, टेस्ट क्रिकेट खेले।
अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए, वह आस्ट्रेलिया में ही रुके रहे। इतना बड़ा दुख झेलने के बाद भी, इस टेस्ट सीरीज में उन्होंने जिस तरह की bowling की। उसको देखकर सभी हैरान रह गए थे। अपने शानदार performance की वजह से वह Indian cricket fans के hero बन गए।
आपको इसे भी जानना चाहिए :
- I Will Teach You To Be Rich Book Summary in Hindi। अमीर बनने का तरीका।
- Bhagwan Shiv Ke 12 Jyotirling Ki Katha। उत्पत्ति कब और कैसे हुई।
- From Failure to Success Book Summary in Hindi। कैसे बदले हार को जीत में।
- कैलाश पर्वत की कहानी, इतिहास व रहस्य। क्यों है कैलाश पर्वत अजेय।