Shreyas Iyer Biography in Hindi | श्रेयस अय्यर का जीवन परिचय

श्रेयस अय्यर का जीवन परिचय, खेल-कूद से जुड़े आंकड़े, पत्नी, नेट वर्थ [ Shreyas Iyer Biography In Hindi, Stats, Wife, net worth ]

   कभी रिजेक्शन, कभी डिप्रेशन और कभी एक इंतजार। लेकिन कभी मायूस न होना। कभी हार न मानना। हमेशा खुश रहना और अपने आसपास मौजूद लोगों में भी खुशियां बांटते रहना। सिर्फ इतना सा ही तो परिचय है। टीम इंडिया के नए सुपरस्टार श्रेयस अय्यर का। आज श्रेयस अय्यर भारतीय टीम के पोस्टर बॉय हैं। उनके चाहने वाले, उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में भी देखते हैं।

     मुंबई ने भारतीय क्रिकेट इतिहास को समय-समय पर, कई शानदार खिलाड़ी दिए हैं। 80 और 90 के दशक में भारतीय टीम में मुंबई से आये, खिलाड़ियों का बहुत बोलबाला  रहा था। सचिन जैसे खिलाड़ियों ने, विश्व क्रिकेट को अचंभित कर रखा था। वही सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ी, अपनी धनी विरासत को छोड़कर, क्रिकेट को अलविदा कह चुके थे। 

      इसी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए, 90 का दशक था। जब मुंबई की धरती, भारतीय क्रिकेट के भविष्य के कई सुपरस्टार को, अपनी गोद में खिला रही थी। एक ऐसे ही सुपर खिलाड़ी का नाम श्रेयस अय्यर है। जिन्हें लोग कभी दूसरा सहबाग कहते थे।  लेकिन समय के साथ-साथ, यह साबित हो गया कि यह खिलाड़ी नायाब है।

   लेकिन एक वक्त ऐसा भी था। जब सुरेश अय्यर ने खुद को इसी क्रिकेट से दूर कर लिया था। इसी क्रिकेट से मिले डिप्रेशन से श्रेयस इस कदर टूट चुके थे। कि उन्हें इलाज के लिए, साइकोलॉजिस्ट की मदद तक लेनी पड़ी थी। अगर वक्त रहते, उनका इलाज न होता। तो शायद भारतीय क्रिकेट को श्रेयस अय्यर जैसा टैलेंट कभी नसीब न होता।

Shreyas Iyer Biography In Hindi

Shreyas Iyer Biography In Hindi
श्रेयस अय्यर का जीवन परिचय

पूरा नामश्रेयस संतोष अय्यर
उपनाम• श्रेय 
• यंग वीरू
जन्मतिथि6 दिसंबर 1994
जन्म स्थानमुंबई, महाराष्ट्र, भारत
पितासंतोष अय्यर (व्यवसाई)
मातारोहिणी अय्यर

स्कूल
• एंटोनियो स्कूल, मुंबई 
• डॉन बॉस्को हाई स्कूल, मुंबई
कॉलेजआर ए पोदार कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई
शारीरिक मापदंडलंबाई : 178 सेंटीमीटर 
वजन : 66 किलोग्राम
छाती : 40 इंच 
कमर : 30 इंच 
बाइसेप्स : 14 इंच 
आंखों का रंग : काला
बालों का रंग : काला
व्यवसायभारतीय क्रिकेटर (बल्लेबाज)

क्रिकेट शैली
बल्लेबाजी :  दाएं हाथ के बल्लेबाज 
गेंदबाजी: दाएं हाथ के लेग ब्रेक गेंदबाज
डेब्यूवनडे: 10 दिसंबर 2017 (श्रीलंका के खिलाफ) 
T20: 1 नवंबर 2017 (न्यूजीलैंड के खिलाफ) 
टेस्ट: 25 नवंबर 2021 (न्यूजीलैंड के खिलाफ)
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
कोचप्रवीण अमरे

टर्निंग प्वाइंट
2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल नीलामी में 2.6 करोड़ में खरीदा
घरेलू टीम• दिल्ली डेयरडेविल्स
• मुंबई
जर्सी नंबर#41 (भारत) 
#41 (आईपीएल)
इनकम₹30-35 लाख प्रतिमाह
नेटवर्थ$9 मिलियन (₹70 करोड़)

श्रेयस अय्यर का प्रारंभिक जीवन

 श्रेयस अय्यर का जन्म 6 दिसंबर 1994 को मुंबई में हुआ था। इनके पिता का नाम संतोष अय्यर है। जो एक बिजनेसमैन है। इनके पिता अपने बिजनेस को संभालते हुए, श्रेयस के कैरियर पर भी बहुत ध्यान दिया करते थे। श्रेयस की माता का नाम रोहिणी अय्यर है। यह एक गृहणी है। इनके अलावा इनके परिवार में, एक छोटी बहन भी है। जिसका नाम श्रेस्ता अय्यर है। यह एक प्रोफेशनल डांसर है।

    सुरेश बचपन से ही बाकी बच्चों की तुलना में काफी अलग है थे में  श्रेयस एक तमिल ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते हैं। जो केरल के त्रिशूल जिले के रहने वाले थे। तमिल होने के बावजूद भी, वह कभी भी तमिलनाडु में नहीं रहे। इसीलिए उन्हें तमिल बोलनी भी नहीं आती। लेकिन श्रेयस को तमिल भोजन बहुत पसंद है। इसी प्रकार जाने : हार्दिक पांड्या जीवन परिचयHardik Pandya Biography in Hindi (Net worth)।

श्रेयस अय्यर की शिक्षा

 श्रेयस अय्यर पढ़ाई में एक अच्छे स्टूडेंट रहे हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई एंटोनियो स्कूल से की। लेकिन इसके बाद, वे डॉन बॉस्को हाई स्कूल से अपना इंटरमीडिएट पूरा किया। श्रेयस ने अपना ग्रेजुएशन आर ए पोदार कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई से पूरा किया। श्रेयस अपने कॉलेज की टीम के भी कप्तान रह चुके हैं। 

       वे इस टीम के स्टार प्लेयर भी थे। उन्होंने अपनी टीम के लिए, कई मैच विनिंग पारी भी खेली। श्रेयस की बैटिंग शैली को देखकर, उनके दोस्त उन्हें वीरेंद्र सहवाग बुलाते थे। श्रेयस के जूनियर लेवल क्रिकेट करियर पर आधारित एक शार्ट डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम ‘श्रेयस अय्यर ए  फादर’एस ड्रीम’ है।

श्रेयस अय्यर के क्रिकेट करियर की शुरुआत

   श्रेयस अय्यर बचपन से ही क्रिकेट को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर थे। उन्होंने क्रिकेट को ही अपना लक्ष्य बना लिया था। जिसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत करनी शुरू की। श्रेयस अय्यर के पिता भी क्रिकेटर बनना चाहते थे। लेकिन किन्हीं कारणों से, उनका यह अरमान पूरा नहीं हो सका। जब श्रेयस में 4 साल की उम्र में ही, क्रिकेट खेलने का शौक दिखाई पड़ा। तो उनके पिता 11 साल की उम्र में, श्रेयस को शिवाजी पार्क जिमखाना लेकर पहुंचे। 

       लेकिन तब श्रेयस को यह कहकर लौटा दिया गया। अभी तुम्हारी उम्र कम है। अगले साल आना। लेकिन उनके पिता ने, एक भी दिन बर्बाद नहीं किया। इसलिए श्रेयस को पहले वर्ली स्पोर्ट्स क्लब ज्वाइन करवाया गया। आगे श्रेयस को अच्छा मौका मिल सके। इसलिए उनके पिता ने उनका स्कूल भी  बदलकर, डॉन बॉस्को में भेजना शुरू कर दिया। एक दिन प्रवीन आमरे ने सुरेश को बैटिंग करता करते देखा। 

     उन्होंने देखा कि एक लड़का अपने से दोगुनी हाइट के बॉलर को, फ्रंट फुट और बैक फुट पर कवर ड्राइव और पुल्स मार रहा है। प्रवीण आमरे उससे प्रभावित हो गए। उन्होंने तुरंत ही श्रेयस अय्यर को जिमखाना क्लब में दाखिला दे दिया। श्रेयस को जल्दी ही जिमखाना को रिप्रेजेंट करने का मौका भी मिलने मिल गया। श्रेयस की जबरदस्त बैटिंग स्टाइल ने, सबको उनका दीवाना बना दिया।

      श्रेयस के इस प्रदर्शन का परिणाम यह रहा कि उन्हें जल्दी जिमखाना की अंडर-13 टीम में शामिल कर लिया गया। यह क्रिकेटर के तौर पर, श्रेयस की बड़ी उपलब्धि थी। जिससे उनके परिवार को भी भरोसा हो गया। कि वह सही दिशा में जा रहे है। श्रेयस ने अंडर-14 लेवल पर भी, अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन उसके आगे अंडर-16 तक पहुंचते-पहुंचते श्रेयस के बल्ले की धार कम होने लगी। इसी प्रकार जाने : ईशान किशन का जीवन परिचयईशान किशन बायोडाटा।  Ishan Kishan Biography in Hindi।

श्रेयस अय्यर ने डिप्रेशन के कारण छोड़ा क्रिकेट

अब तक धमाल करते आए श्रेयस के लिए, साल 2009 एक खौफनाक सपने की तरह था। सिर्फ 15 साल की उम्र में, उनके बल्ले से बाल कुछ ऐसी रूठी कि उन्हें हर ट्रायल में रिजेक्शन मिलने लगा था। उन्हें लगने लगा था कि बड़ा क्रिकेटर बनना, उनके बूते की बात नहीं है। धीरे-धीरे डिप्रेशन ने उन्हें  जकड़ लिया। श्रेयस अधिक उदास रहने लगे थे। उनकी सेहत भी गिरने लगी थी।

      ये अंडर-16 के दो साल, श्रेयस की जिंदगी का सबसे खराब समय था। यहां पहली बार श्रेयस को, लगातार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। बहुत से गलत ख्याल उनके दिमाग में चल रहे थे। लेकिन श्रेयस के लिए, एक बात मदद कर साबित हुई। उन्हें  क्रिकेट में आगे बढ़ाने के लिए, बगावत करने की जरूरत नहीं पड़ती। ऐसे खराब दौर में, उनके पिता का पूरा साथ, उन्हें मिल रहा था।  उनके पिता ने बेटे के इस खराब दौर में उनकी मदद करने का फैसला किया।

   वह श्रेयस को एक स्पोर्ट साइकोलॉजिस्ट के पास लेकर गए। स्पोर्ट साइकोलॉजिस्ट से श्रेयस को काफी मदद मिली। यहां से उनका कॉन्फिडेंस वापस आया। इसके बाद अंदर-19 के कोच और सिलेक्टर्स ने भी उनके फार्म से ज्यादा, उनके खेल को महत्व दिया। श्रेयस अय्यर मुंबई अंडर-19 के कप्तान बन गए। आगे श्रेयस को भारत की तरफ से भी अंडर-19 टीम में शामिल किया गया।

श्रेयस का शानदार प्रदर्शन

  श्रेयस ने भारत की तरफ से खेलते हुए, 3 मैचों में दो अर्धशतकीय पारी खेली थी।  जिसमें उन्होंने कुल 161 रन बनाए थे। अंडर-19 के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए। श्रेयस को यूके दौरे के लिए भी चुना गया। यहां ट्रेंट ब्रिज की टीम के लिए खेलते हुए। श्रेयस ने 99 की औसत से, 297 रन बनाए। जिसमें 171 रनों की पारी भी शामिल थी। 

      यहीं से यह निश्चित हो गया था कि श्रेयस की जिंदगी में सब कुछ बदलने वाला है। इसके बाद ही श्रेयस को मुंबई की ओर से डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने के लिए, 2014-15 सीजन के लिए चुन लिया गया। अपने पहले सीजन में श्रेयस ने अपनी बल्लीबाजी से सबको चौंका दिया। लगातार दो मैचों में मिली हार के बाद, मुंबई की हालत रणजी के तीसरे मैच में भी खराब थी। 

    लेकिन श्रेयस अय्यर ने 75 रनों की शानदार पारी खेली थी। साल 2014 श्रेयस के लिए बेहतरीन साबित हुआ। इसी साल विजय हजारे ट्रॉफी में खेलते हुए, श्रेयस ने 273 रन बनाए। वहीं रणजी ट्रॉफी में मुंबई की तरफ से खेलते हुए, 809 रन बनाए थे। जिनमें दो शतक और 6 अर्धशतक शामिल थे। उनका यह प्रदर्शन अगले साल भी जारी रहा। जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी खेलते हुए, शानदार 1321 रन बनाए। इसी प्रकार जाने : शुभमन गिल का जीवन परिचयShubman Gill Biography in Hindi।

आईपीएल करियर की शुरुआत

 साल 2015 में, श्रेयस के डोमेस्टिक क्रिकेट में, शानदार प्रदर्शन का फल उन्हें मिला। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने, 2 करोड़ 60 लाख में खरीद लिया था। जो उस साल के, सबसे महंगे खिलाड़ी थे। अपना पहला आईपीएल सीजन खेलते हुए, श्रेयस ने 14 मैचों में 439 रन बनाए। उनका यह सीजन शानदार रहा। जहां उन्हें उस सीजन का इमर्जिंग प्लेयर भी चुना गया।

      2018 का साल आईपीएल में भी अच्छा रहा। जिसमें इन्हें दिल्ली का कप्तान बनाया गया। जिसके लिए इन्होंने गौतम गंभीर को रिप्लेस किया था। अपने कप्तानी में श्रेयस ने 2012 के बाद, दिल्ली को प्लेऑफ में पहुंचाया। दिल्ली ने भी इनकी कप्तानी में फाइनल तक का भी सफर तय किया। एक कप्तान के तौर पर श्रेयस के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए।

कोलकाता की टीम ने मेगा ऑक्शन में, इन्हें 12 करोड़ 50 लाख रुपए में, अपनी तरफ शामिल किया। उसके बाद श्रेयस को अपना नया कप्तान भी नियुक्त कर दिया।

श्रेयस अय्यर के खेल-कूद से जुड़े आंकड़े

 श्रेयस का बल्ला डोमेस्टिक से लेकर आईपीएल तक में, आग उगल रहा था। जल्द ही उनके टैलेंट की चमक, अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई थी। मार्च 2017 में श्रेयस को, भारत की टेस्ट टीम में सब्सीट्यूट प्लेयर के रूप में शामिल किया गया था। चौथे टेस्ट में उन्हें मैदान में उतरने  का मौका मिला। जहां उन्होंने स्टीव ओ’ कीफ़े को रन आउट किया था।

      अक्टूबर 2017 में श्रेयस को न्यूजीलैंड के खिलाफ, भारत की T20 टीम में शामिल किया गया। जहां 1 नवंबर 2017 के दिन, यह खिलाड़ी पहली बार, भारत की नीली जर्सी में मैदान में उतरा। लेकिन इस मैच में श्रेयस को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। इसी साल श्रीलंका के खिलाफ, श्रेयस ने अपना वनडे डेब्यू भी किया। सीरीज के दूसरे मैच में 70 गेंद में 88 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। 

      इस तरह श्रेयस  भारतीय टीम में अंदर बाहर होते रहे। साल 2019 श्रेयस के सबसे अच्छे सालों में शामिल था। इसमें उन्होंने 5 पारियों में कुल 266 रन बनाएं। 18 दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ, वनडे सीरीज में दूसरा मैच खेलते हुए। एक ओवर में 28 रन बटोरे थे। इस ओवर में कुल 31 रन आए। जो किसी भारतीय द्वारा वनडे क्रिकेट के एक ओवर में सबसे ज्यादा रन है। 

     24 जनवरी 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ, T20 मैच खेलते हुए, श्रेयस ने 29 गेंद में 58 रन बनाए। जिसमें इन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। इसी साल फरवरी के महीने में न्यूजीलैंड के खिलाफ, सीरीज के पहले वनडे मैच में, अपने वनडे करियर का, पहला शतक लगाया। श्रेयस के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए, 19 सितंबर 2021 के T20 वर्ल्ड कप में, भारत की तरफ से रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर चुना गया।

       इसी साल 25 नवंबर के दिन, श्रेयस को सुनील गावस्कर के साथ, अपनी टेस्ट कैप भी मिल गई। श्रेयस अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले, 16वें भारतीय बल्लेबाज बन गए। इसी साल श्रीलंका के खिलाफ T20 में, जब भी श्रेयस को खेलने का मौका मिला। तो उन्होंने तीन मैचों में कुल 205 रन बनाए। जो किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा, तीन मैचों की  सीरीज में बनाए गए, सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड है।

      श्रेयस अय्यर ने अब तक अपने करियर में 2 टेस्ट मैच, 26 वनडे और 36 T20 मैच खेले हैं। जिसमें उनके रनों का आंकड़ा क्रमशः 202, 947 और 809 है। श्रेयस को 2018 में, विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए, मुंबई टीम का उप कप्तान भी बनाया गया। इसी साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलते हुए, श्रेयस ने भारतीय इतिहास में, T20 फॉर्मेट का सबसे बड़ा स्कोर 147 रन बनाए। 

     श्रेयस अय्यर भारत के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में बल्लेबाजी के स्तंभ बन गए हैं। इस बल्लेबाज की अच्छी फॉर्म, भारत के जीतने की गारंटी साबित होती है। इसी प्रकार जाने : रविन्द्र जडेजा जीवन परिचयRavindra Jadeja Biography in Hindi।

Shreyas Iyer Net Worth

श्रेयस अय्यर ने 2016 में, मुंबई में एक घर ₹2 करोड़ में खरीदा था। अब इस शानदार अपार्टमेंट की कीमत 12 करोड रुपए है। इनके पास कारों का भी शानदार कलेक्शन है। जिसमें पहली कार होंडा i20 है। इसके अलावा ऑडी S5 है। इनकी सबसे पसंदीदा कार लैंबॉर्गिनी हुराकैन है।

      श्रेयस अय्यर बी कैटेगरी में आते हैं। जिसके लिए बीसीसीआई, प्रतिवर्ष ₹4 करोड देती है। इसके अलावा वह एक T20 मैच खेलने के ₹10 लाख, एक ODI मैच खेलने के लिए ₹13 लाख, वही एक टेस्ट मैच खेलने के लिए ₹15 लाख लेते हैं।

इसके अलावा वह ब्रांड एंडोर्समेंट से भी पैसे कमाते हैं। एक ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए, ₹1 करोड लेते हैं। श्रेयस अय्यर की 2023 के अनुसार, नेटवर्थ ₹66 करोड है।

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