विवेक रामास्वामी जीवन परिचय | Vivek Ramaswamy Biography In Hindi

विवेक रामास्वामी का जीवन परिचय, कौन है, वाइफ, शिक्षा, नेट वर्थ, जीवनी। [Vivek Ramaswamy Biography in Hindi] (Net Worth, age, wife, family, books)

विवेक रामास्वामी का जीवन परिचय
Vivek Ramaswamy Biography In Hindi

आज दुनिया के कई देशों में, भारतीय मूल के लोगों का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। जहां ब्रिटेन में भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने, प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रखी हैं। वहीं भारत की नजर अब अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर है। दुनिया के सबसे ताकतवर पद के लिए, होने वाले इस चुनाव में, भारतीय मूल के लोगों का भी दावा मजबूत है। अमेरिका में 2024 में चुनाव होने वाले है।

 इन चुनाव में अब निक्की हाली  के बाद, एक और भारतीय मूल के कामयाब युवा ने भी, चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ये भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी है। जिन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए, रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से, अपनी दावेदारी पेश की है। इसके साथ ही उन्होंने चीन से मुक्ति दिलाने और चीन पर निर्भरता खत्म करने का भी वादा भी किया है। उन्होंने कहा है कि हमें चीन से पूरी तरह से मुक्ति की जरूरत है।

 विवेक एक जानेमाने उद्यमी है। जिनकी  हेल्थ और टेक सेक्टर में अपनी अलग पहचान व धाक है। इसके साथ ही वह कॉमेंटेटर भी है। लेखक भी हैं। अमेरिकी कॉर्पोरेट के अंदर, सामाजिक न्याय को लेकर जो भी दिक्कतें हैं। उसे पर इन्होंने एक किताब भी लिखी है। इसके पहले ही भारतीय मूल हर्षवर्धन सिंह और निक्की हेली भी 2024 के राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ये सभी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अपनी दावेदारी पेश करेगें।

विवेक रामास्वामी का जीवन परिचय

विवेक रामास्वामी – एक परिचय

पूरा नामविवेक गणपति रामास्वामी
उपनामविवेक रामास्वामी
जन्मतिथि9 अगस्त 1985
जन्म स्थानसिनसिनाटी, ओहायो, संयुक्त राज्य अमेरिका
राष्ट्रीयताअमेरिकन
पितागणपति रामास्वामी (जनरल इलेक्ट्रिकल कंपनी में इंजीनियर व पेटेंट वकील)
मातागीता रामास्वामी (मनोचिकित्सक)
जातितमिल भाषी ब्राह्मण
स्कूलसेंट जेवियर हाई स्कूल, सिनसिनाटी
विश्वविद्यालय• हार्वर्ड विश्वविद्यालय, संयुक्त राज्य अमेरिका 
• येल विश्वविद्यालय, कनेक्टिकट
शैक्षिक योग्यता• जीव विज्ञान में कला स्नातक
• ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री
पेशा• उद्यमी 
• लेखक
पदवी• बायोटेक कंपनी-रोइवंत साइंसेज के संस्थापक
• स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट – सह संस्थापक व कार्यकारी अध्यक्ष  
शारीरिक मापदंडलंबाई : 173 सेंटीमीटर
वजन : 65 किलोग्राम 
आंखों का रंग : काला 
बालों का रंग : काला
पत्नीअपूर्व तिवारी (मनोचिकित्सक) विवाह – 31 मई 2015
बच्चे• कार्तिक रामास्वामी (बेटा) 
• अर्जुन रामास्वामी (बेटा)
प्रथम लिखी गई पुस्तकवोक, इंक.इनसाइड कॉरपोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम (2021)
नेट वर्थ$985 मिलियन (लगभग)

विवेक रामास्वामी का प्रारंभिक जीवन

विवेक रामास्वामी का जन्म 9 अगस्त 1985 को, सिनसिनाटी ओहायो अमेरिका में, भारतीय हिंदू अप्रवासी माता-पिता के घर हुआ था। इनके पिता का नाम गणपति रामास्वामी है। इन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, कालीकट, केरल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया। इसके बाद वह अमेरिका के जनरल इलेक्ट्रिकल के लिए, एक इंजीनियर और  पेटेंट वकील के रूप में काम करते थे।

इनकी माता का नाम गीता रामास्वामी है। जिन्होंने मैसूर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। जो एक वृद्ध मनोचिकित्सक के रूप में काम करती थी। इनका परिवार भारत में केरल राज्य के तमिल ब्राह्मण परिवार से संबंध रखता है। उनके माता-पिता केरल जिले के पलक्कड़ के रहने वाले थे, जो बाद में अमेरिका में बस गए। इनके एक छोटे भाई भी हैं। जिनका नाम शंकर गणपति रामास्वामी है। इसी प्रकार जाने : American President Joe Biden Biography in Hindiदुनियाँ के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति।

विवेक रामास्वामी की शिक्षा

विवेक रामास्वामी अपने स्कूल टाइम से ही बहुमुखी प्रतिभाशाली थे। विवेक ने 2003 में सिनसिनाटी के सेंट जेवियर हाई स्कूल से, अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। इस दौरान से ही, वह एक अच्छे वक्ता थे। वह नेशनल लेवल टेनिस प्लेयर भी रहे। एक अच्छे पिएनिस्ट होने के साथ-साथ, वो पढ़ाई में हमेशा टॉपर रहे। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में, उन्होंने बायोलॉजी विषय का चुनाव किया। फिर उनकी फाइनल थीसिस, जो मानव पशु के काल्पनिक जीव बनाने की नैतिकता पर आधारित थी। 

वह न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित हुई। इसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का प्रतिष्ठित अवार्ड Bowdoin Prize भी मिला था। उनके टैलेंट यहीं तक सीमित नहीं रहे, उन्हें रैप करना भी आता है। वह अपने पढ़ाई के दौरान, हार्वर्ड स्टूडेंट पॉलीटिकल यूनियन के प्रेसिडेंट भी थे। जहां उन्होंने अपनी बात को स्टूडेंट तक पहुंचाने के लिए, रैप जैसे माध्यम को चुना। रामास्वामी का सोचना था कि जिस तरह के तरीके से छात्रों तक, अपनी बात को आसानी से समझाया जा सके। उन्हें वैसा ही माध्यम अपनाना चाहिए। 

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से 2007 में स्नातक पूरा करने के बाद, उन्होंने कई प्रतिष्ठित इन्वेस्टमेंट व फाइनेंस कंपनी में, हेज फंड निवेशक का भी काम किया। जबकि उनकी डिग्री बायोलॉजी में थी। यह जॉब करते-करते, उन्होंने येल लॉ यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। फिर लॉ की भी डिग्री हासिल कर ली। इस डिग्री के खत्म होते-होते, उनका नेटवर्थ $15 मिलियन तक हो गया था।

विवेक रामास्वामी का विवाह

 विवेक रामास्वामी जब येल विश्वविद्यालय में, कानून की पढ़ाई कर रहे थे। तभी उनकी मुलाकात अपूर्वा तिवारी से हुई। जो वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। धीरे-धीरे इनके नजदीकियां बढ़ती गई। अंत में इन्होंने 31 मई 2015 को शादी कर ली। इनके दो बेटे हैं। जिनमें बड़े बेटे का नाम कार्तिक रामास्वामी और छोटे बेटे का नाम अर्जुन रामास्वामी है।

 वर्तमान में अपूर्वा रामास्वामी ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर में बतौर  सहायक प्रोफेसर और चिकित्सक कार्यरत हैं। इनका पूरा परिवार शाकाहारी है। विवेक रामास्वामी धाराप्रवाह तमिल बोल सकते हैं। वही मलयालम सिर्फ समझ सकते हैं। लेकिन बोल नहीं पाते है। विवेक रामास्वामी हरवर्ष अपने परिवार के साथ, पैतृक घर केरल आते हैं। जहां उनके पिता बड़े हुए। जहाँ उनके दादा-दादी रहते थे। इसी प्रकार जाने :  दुनिया का सबसे अमीर इंसान, जिनके लिए कुछ भी इंपॉसिबल नही Elon Musk Biography in Hindi

विवेक रामास्वामी – एक उद्यमी

विवेक रामास्वामी ने लॉ ग्रेजुएशन करने के बाद, 2014 में अपनी खुद की एक बायोटेक कंपनी रोइवंत साइंसेज की स्थापना की। इस कंपनी का फंड जुटाने के लिए, उन्होंने निवेशकों से वादा किया। उनको निवेश करने पर, बेहतर रिटर्न मिलेंगे। इस रणनीति के द्वारा, उन्होंने अपने स्टार्टअप बिजनेस के लिए, लगभग $100 मिलियन इकट्ठा। रोइवंत साइंसेज ने उन दवाओं के लिए, बड़ी कंपनियों से पेटेंट खरीदे। जो अभी तक पूरी तरह से विकसित नहीं की गई थी।

इस कंपनी में भी उनकी सफलता इतनी बड़ी थी कि कंपनी का आईपीओ यानी कि शेयर मार्केट में लिस्टिंग, अमेरिका के इतिहास में बायोटेक कंपनी का सबसे बड़ा आईपीओ था। इसके बाद साल 2021 में, उन्होंने सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन वह साल 2023 तक इसके अध्यक्ष बने रहे। साल 2022 में रामास्वामी, स्ट्राइव असेट्स मैनेजमेंट के सहसंस्थापक भी बने।

अमेरिका में चुनाव प्रक्रिया

अमेरिका की लोकसभा को हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव कहा जाता है। जिसमें 435  सदस्य होते हैं। इनके राज्यसभा को सीनेट कहा जाता है। जिसमें 100 सदस्य होते हैं। इनमें से प्रत्येक 50 राज्य में से, दो सदस्य चुनकर आते हैं। कुल 538 सीटों पर चुनाव होते हैं। जिसमें 270 मैजोरिटी के लिए चाहिए होता है। यानीकि 270 सीट जीतने वाली पार्टी, राष्ट्रपति की दावेदार होती है। यह चुनाव हमेशा लीप ईयर में होते हैं।

 अमेरिका में पहली डेमोक्रेटिक पार्टी है। जिसका चुनाव चिन्ह गधा है। अमेरिका को 1776 में आजादी मिली थी। इनका संविधान बना 1778 में बना। दूसरी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी है। जिसका चुनाव चिन्ह हाथी है। इसे ग्रैंड ओल्ड पार्टी बोला जाता है। रिपब्लिकन पार्टी के पहले राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन थे। अमेरिका में राष्ट्रपति पद टेन्योर 4 साल का होता है। जहां राष्ट्रपति चार साल तक ही, अपने पद पर रह सकता है।

वह केवल दो बार ही राष्ट्रपति रह सकता है। यहां का राष्ट्रपति बनने के लिए 35 साल उम्र होनी चाहिए। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का जन्म अमेरिका में होना चाहिए। या फिर वह 14 साल से अमेरिका में रह रहा हो। अमेरिका में जनता सीधे राष्ट्रपति का चुनाव नहीं करती। अमेरिका में चुनाव प्रक्रिया इन चार चरणों मे होती है। 

Primaries and Caucuses – अलग-अलग राज्यों में मुख्य पार्टियां, प्राइमरी चुनाव के द्वारा अपने दावेदार का पता लगती है। इन दोनों के लिए प्राइमरी और कॉकस का इस्तेमाल किया जाता है। अधिकतर राज्यों में प्राइमरी तरीके का इस्तेमाल होता है। जिसमें आम जनता भागीदारी निभाती है। जो बैलट पेपर के द्वारा पार्टी को बताती है। कि उनकी पसंद को उम्मीदवार कौन है।

दूसरे तरीके कॉकस का इस्तेमाल, उन राज्यों में होता है। जहां पार्टी विशेष का गढ़ होता है। इसमें ज्यादातर पार्टी के पारंपरिक  वोटर हिस्सा लेते हैं। इसमें पार्टी के सदस्य, किसी सार्वजनिक स्थान पर इकट्ठा होकर, उम्मीदवार के नाम पर चर्चा करते है। जिसमें लोग हाथ उठाकर, उम्मीदवार का चुनाव करते हैं।

नेशनल कन्वेंशन – जो प्रतिनिधि पहली प्रक्रिया के द्वारा चुने जाते हैं। वह नेशनल कन्वेंशन में शामिल होते हैं। यहां पर वे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों का चुनाव करते हैं। इसी दौरान नामांकन की प्रक्रिया भी होती है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ही उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन करते हैं।

अलग-अलग पार्टियों के उम्मीदवार, मतदाताओं का समर्थन जुटाने के लिए,  टेलीविजन पर विभिन्न मुद्दों में को लेकर बहस करते है। इनमें उम्मीदवार अपने विरोधी पर सीधा हमला करके या अपने मुद्दों के बारे में बताकर, लुभाते है।

जर्नल इलेक्शन – देशभर के प्रत्येक राज्य में, लोग एक राष्ट्रपति और एक उपराष्ट्रपति के लिए मतदान करते हैं। लोग वास्तव में ऐसे लोगों के लिए मतदान करते हैं। जिन्हें इलेक्टर्स कहा जाता है। यह इलेक्टर्स किसी न किसी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थक होता है। 

इलेक्टोरल समूह – चुने गए इलेक्टर्स मिलकर, इलेक्टोरल समूह बनाते हैं। जिसमें कुल 538 सदस्य होते हैं। जहां हर राज्य से इलेक्टर्स चुनने का कोटा तय होता है। यह संख्या अमेरिकी संसद के दोनों सदनों की कुल संख्या के बराबर होती है। इसलिए हर राज्य के इलेक्टर्स की संख्या में भी अंतर होता है। जो जनसंख्या के आधार पर तय की जाती है।

इलेक्टर्स चुनने के बाद, आम जनता की भागीदारी खत्म हो जाती है। आखिर में इलेक्टोरल समूह के सदस्य, अपने मतदान के जरिए। राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए, कम से कम 270 इलेक्टोरल मत होना जरूरी होता हैं। इसी प्रकार जाने :  Abraham Lincoln Motivational Biographyअसफलताओ से सफलता तक की यात्रा।

विवेक रामास्वामी -अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का ऐलान

21 फरवरी 2023 को विवेक रामास्वामी ने,  2024 के चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए, अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। उनका कहना है कि वह नए अमेरिकी सपना के लिए, एक सांस्कृतिक आंदोलन शुरू करना चाहते हैं। उनका ऐसा भी मानना है कि अगर हमारे पास एक-दूसरे को जुड़े रखने के लिए कुछ बड़ा नही है। तो विविधता अर्थहीन हो जाती है।

विवेक के चीन के खिलाफ दिया गया बयान चर्चा का विषय बना हैं। उन्होंने कहा है कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं। तो वह अमेरिकी कंपनियों को, चीन में कारोबार करने से रोक देंगे। हमें आज चीन से भी आजादी पाने की जरूरत है। उन्होंने अपनी अपने भाषण में शिक्षा विभाग और एफ़बीआई को भी खत्म करने की बात रखी है। उन्होंने यह बातें वाशिंगटन में चल रहे, रिपब्लिकन पार्टी के सालाना कार्यक्रम  ‘कंजरवेटिव पॉलीटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस’ में कहीं है।

इसे 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए, रिपब्लिकन पार्टी के दावेदार संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि आज अमेरिका राष्ट्रीय पहचान के संकट के बीच जूझ रहा है। आज युवाओं के पास जीवन का कोई उद्देश्य ही नहीं है। वही पहले अमेरिकी के पास उद्देश्य था।

विश्वास, देशभक्ति और कड़ी मेहनत करने का जज्बा था। परिवार के लिए कुछ करने की भूख थी। जो धीरे-धीरे खत्म हो गई है। उनका कहना है कि आज वक्त है। इन मुद्दों को  पहचान कर, उन पर आक्रामकता के साथ के साथ काम करने का। इसी प्रकार जाने : S. Jaishankar Biography in Hindiजिन्होने भारत की विदेश नीति ही बदल दी।

विवेक रामास्वामी की इनकम व नेटवर्थ

 2023 के अनुसार, विवेक रामास्वामी की कुल संपत्ति $985 मिलियन आँकी गई है। इनकी इनकम का मुख्य स्रोत, बायोटेक कंपनी-रोइवंत साइंसेज से होती है। जिसकी इनके पास 10% की हिस्सेदारी है। इतनी  संपत्ति के बाद, आज वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद, दूसरे नंबर पर सबसे धनी व्यक्ति हैं। जो रिपब्लिकन पार्टी से, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव पद के उम्मीदवार हैं।

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