सुनील छेत्री बायोग्राफी, किस राज्य के है, खेल-कूद से जुड़े आंकड़े, नेट वर्थ, कौन है, जीवन परिचय। [ Sunil Chhetri Biography In Hindi ] {Age, Height, Net Worth, Total Goals}
सुनील छेत्री बायोग्राफी
Sunil Chhetri Biography In Hindi
फुटबॉल के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों के नाम लिया जाए। तो उनमें रोनाल्डो और मेसी के नाम सबसे ऊपर आते हैं। लेकिन यह दोनों ही खिलाड़ी भारत के नहीं हैं। वहीं अगर भारत के शानदार फुटबॉल खिलाड़ी की बात की जाए। तो सुनील छेत्री का नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। इन्होंने भारत को फुटबॉल के क्षेत्र में, विश्व स्तर पर पहचान दी है। उनके भी वैसे ही रिकॉर्ड्स हैं। जैसे कि मेसी और रोनाल्डो के हैं।
सुनील छेत्री का आज फुटबॉल में वही स्थान है। जो कि भारतीय क्रिकेट टीम में, आज विराट कोहली व सचिन तेंदुलकर का है। सुनील छेत्री भारतीय टीम के कप्तान हैं। इन्होंने फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए, दर्शकों से एक वीडियो के माध्यम से, स्टेडियम में आकर, फुटबॉल मैच देखने की अपील की थी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ था।
उन्होंने अपने वीडियो में कहा कि हमें गालियां दो, हमारी आलोचना करो। लेकिन कम से कम भारतीय फुटबॉल टीम को खेलते देखने के लिए, स्टेडियम में आओ। हमें अच्छा लगेगा। उनकी इस इमोशन अपील को लोगों का साथ तो मिला ही। इसके साथ ही विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों ने भी उनका समर्थन किया। यह आज भारत के सबसे बड़े फुटबॉलर माने जाते हैं।
वही ये दुनिया के सबसे अधिक सक्रिय गोल करने वाले खिलाड़ियों की श्रेणी में, तीसरे नंबर पर आते हैं। जिसमे पहले और दूसरे नंबर पर, दुनिया के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं। इस लिस्ट में आना, किसी भी खिलाड़ी के लिए, गर्व की बात है। वही भारत जैसे देश के लिए, जहां फुटबॉल का समर्थन करने वाले बहुत कम हैं।
सुनील छेत्री के कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि आज भारत की फुटबॉल रैंकिंग में काफी सुधार आया है। अगर वह इसी प्रकार अपने खेल को जारी रखते है। तो वह दिन दूर नहीं, जब भारत में फुटबॉल और फुटबॉलर को वही सम्मान और इज्जत हासिल होगी। जो आज भारतीय क्रिकेटर को मिलती है। तो ऐसे ही जुझारू व फुटबॉल की के लिए समर्पित, महान खिलाड़ी सुनील छेत्री के उतार-चढ़ाव के बारे में जानते हैं।
An Introduction – Sunil Chhetri
भारत के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर सुनील छेत्री | |
पूरा नाम | सुनील छेत्री |
उपनाम | भाई |
जन्मतिथि | 3 अगस्त 1984 |
जन्म स्थान | सिकंदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत |
पिता | के बी छेत्री (भारतीय सैन्य सेवा – गोरखा रेजीमेंट) |
माता | सुशीला छेत्री (पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉल टीम, नेपाल की सदस्य) |
स्कूल/कॉलेज | • बहाई स्कूल, गंगटोक सिक्किम • आर्मी पब्लिक स्कूल,PP दिल्ली • आसुतोष कॉलेज, कोलकाता |
भाई बहन | वंदना छेत्री (बहन) |
पत्नी | सोनम भट्टाचार्य |
पेशा | भारतीय पेशेवर फुटबॉलर |
प्रसिद्धि/ वर्तमान टीम | कप्तान – भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम |
डैब्यू | 4 मार्च 2002, मोहन बागान |
पोजीशन | स्ट्राइकर, सेंटर फॉरवर्ड |
कुल गोल | 244 (क्लब व देश के लिए 2023 तक) |
टर्निंग प्वाइंट | 2007 नेहरू कप में, वह 4 गोल करके, भारत के शीर्ष गोल स्कोरर बने। भारत को खिताब जीतने में मदद की। |
कोच | सुब्रोतो भट्टाचार्या |
शारीरिक मापदंड | • लंबाई : 170 सैंटीमीटर • वजन : 60 किलोग्राम • आंखों का रंग : गहरा भूरा • बालों का रंग : काला |
इनकम | ₹1.2 करोड़ |
नेटवर्क | ₹38 करोड़ |
सुनील छेत्री – प्रारंभिक जीवन
सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था। सुनील का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ। जो भारतीय सेना और फुटबॉल दोनों से ही संबंध रखता हैं। सुनील के माता-पिता नेपाल के रहने वाले है। जो बाद में, भारत आ गए थे। सुनील के पिता के बी छेत्री भारतीय सेना में रह चुके हैं। वह भारतीय सेना के लिए, फुटबॉल खेला करते थे।
इनकी मां का नाम सुशीला छेत्री है। जो नेपाल की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए, फुटबॉल खेला करती थी। घर में खेलकूद को लेकर, बहुत अच्छा माहौल था। यही कारण था कि सुनील ने भी अपने माता-पिता से प्रोत्साहित होकर, फुटबॉल खेलना शुरू किया। सुनील बहुत छोटी उम्र से ही फुटबॉल खेलने लगे थे। उनका खेल कब, उनका जुनून बन गया। पता ही नहीं लगा।
बचपन के दिनों में, जब उनके स्पोर्ट्स शूज फट जाते थे। तो घर की आर्थिक स्थिति को समझते हुए। वह अपने पिता से नए जूतों की डिमांड नहीं करते थे। बल्कि अपने पुराने जूतों को ही सीलकर काम चला लेते थे। सुनील छेत्री की एक छोटी बहन भी है। जिनका नाम वंदना छेत्री है। इसी प्रकार जाने : Lionel Messi Biography in Hindi। छोटाकद, ऊँची उड़ान, अरबपति फुटबॉलर।
सुनील छेत्री की शिक्षा
सुनील छेत्री के पिता आर्मी में थे। इसलिए उनकी शिक्षा भी अलग-अलग जगहों पर हुई। जिनमें दार्जिलिंग, गंगटोक, शिमला, दिल्ली व कोलकाता शामिल है। सुनील पढ़ाई के साथ-साथ, फुटबॉल भी खेलना जारी रखा। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सिक्किम के गंगटोक में बहाई स्कूल से हुई। पिता के स्थानांतरण के कारण, इन्होंने दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से, अपना इंटरमीडिएट पूरा किया।
इसके बाद इनके पिता का पुनः तबादला कोलकाता में हो गया। तब इन्होंने स्नातक की शिक्षा के लिए, कोलकाता के आशुतोष कॉलेज में दाखिला लिया। सुनील अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी नहीं कर पाए। वैसे तो सुनील ने 12वीं के बाद ही, अपना पूरा ध्यान फुटबॉल पर केंद्रित करना शुरू कर दिया था। उनका यह निर्णय थोड़ा कठिन था।
क्योंकि उस समय भी, भारतीय फुटबॉल की स्थिति अच्छी नहीं थी। लेकिन सुनील छेत्री को अपने खेल और लगन पर पूरा भरोसा था। फिर कभी न कभी तो किसी को आगे आना ही था।
सुनील छेत्री के फुटबॉल करियर की शुरुआत
सुनील अपने कॉलेज के दिनों में, फुटबॉल सिर्फ शौक के लिए खेलते थे। उनका उद्देश था कि फुटबॉल के द्वारा स्पोर्ट्स कोटा के जरिए, उन्हें कोई अच्छा सा कॉलेज मिल जाए। क्योंकि फुटबॉल उन्हें अच्छी तरह से खेलना आता था। लेकिन धीरे-धीरे वह गंभीर हुए। उन्हें लगने लगा कि वह अपने शौक को ही, अपना कैरियर बना सकते हैं। इसलिए वह 17 साल की उम्र में, देश के सबसे नामी टाटा फुटबॉल अकादमी में शामिल होने के लिए, दिल्ली आ गए।
जहां उन्होंने फुटबॉल के दांवपेच सीखने शुरू कर दिए थे। जल्द ही उन्हें वह मौका मिल गया। जिसका उन्हें इंतजार था। सुनील जब ट्वेल्थ में थे। तभी उन्हें मलेशिया में होने वाली, 47वीं एशियन स्कूल फुटबॉल चैंपियनशिप-2001 में, भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। इसी स्कूल चैंपियनशिप में, सुनील छेत्री का खेल देखकर, भारत के सबसे बड़े फुटबॉल क्लब मोहन बागान की नजर उन पर पड़ी।
उन्होंने सुनील को अपने क्लब के लिए साइन कर लिया। इसके बाद सुनील ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद वह बहुत सारे क्लब के लिए खेलें। जिनमें JCT, Mohun Bagan, Sporting Club, Dempo Sports Club, Mumbai City Football Club व SCP Sporting Portugal desert जैसे क्लब शामिल है। सुनील छेत्री को कई विदेशी क्लब की ओर से भी खेलने के ऑफर मिले।
जिनमें Coventry City England ने, उन्हें साल 2007 में, approach किया। लंदन के क्लब Queen’s Park FC ने, उन्हें लगभग साइन कर लिया था। लेकिन UK से Work Permit न मिलने के कारण, उनके contract में कुछ दिक्कत आ गई। जिसके कारण, वह नहीं खेल पाए। आखिरकार साल 2010 में, वह मोहम्मद सलीम और बाईचुंग भूटिया के बाद, किसी इंटरनेशनल क्लब में खेलने वाले, तीसरे खिलाड़ी बन गए। सुनील छेत्री ने हर क्लब की ओर से खेलते हुए, शानदार प्रदर्शन किया। साथ ही टीम को बेहतर करने में मदद की। इसी प्रकार जाने : The King of Football- Cristiano Ronaldo ki Biography। गरीबी से अमीरी तक का पूरा सफर।
सुनील छेत्री का भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में चयन
2004 में सुनील छेत्री को पहली बार भारत की under – 20 team में खेलने का मौका मिला। लेकिन वह उस वक्त कोई भी गोल नहीं कर सके। लेकिन क्लब स्तर पर शानदार प्रदर्शन के कारण। साल 2005 में, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में शामिल कर लिया गया। उन्होंने भारतीय टीम का पहला डेब्यू मैच खेला। यह मैच भारत व पाकिस्तान के बीच था। जो पाकिस्तान में ही खेला गया था। उन्होंने पहला गोल पाकिस्तान के खिलाफ किया।
इसके बाद वे लगातार ऊंचाइयों को छूते चले गए। 2007 में सुनील छेत्री को उनके शानदार प्रदर्शन के कारण ‘AIFF Player of the Year’ का अवार्ड भी मिला। यह भारतीय फुटबॉल के लिए गौरव का समय था। भारतीय फुटबॉल टीम का स्तर भी ऊपर उठने लगा था। सुनील छेत्री के टैलेंट को देखते हुए, 2012 में उनको भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया। तब से भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ही हैं।
2015 में मुंबई सिटी फुटबॉल क्लब ने सुनील छेत्री को 1.2 करोड़ में खरीदकर, भारत का सबसे महंगा फुटबॉल खिलाड़ी बना दिया। भारत में फुटबॉल को पहचान दिलाने वाले सुनील छेत्री ही हैं।
सुनील छेत्री का विवाह
सुनील छेत्री का विवाह, इनके mentor और coach रहे, सुब्रोतो भट्टाचार्या की बेटी से हुई है। जिनका नाम सोनम भट्टाचार्य है। सोनम ने स्कॉटलैंड की एक यूनिवर्सिटी से, बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की है। डिग्री हासिल करने के पश्चात, वह वापस कोलकाता आ गई। जहां पर इन्होंने साल्ट लेक में दो होटल खोलें। वर्तमान में, यह अपने होटल का बिजनेस संभाल रही है।
सुनील छेत्री और सोनम भट्टाचार्य की शादी 4 दिसंबर 2017 में, पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में संपन्न हुई थी। अभी हाल ही में सुनील छेत्री ने, अपने एक मैच के दौरान, सोनम की प्रेग्नेंसी का खुलासा कुछ अनोखे अंदाज में किया। उन्होंने मैच जीतने के बाद, फुटबॉल को अपनी टी-शर्ट के अंदर छिपाया। फिर अपनी पत्नी सोनम को flying kiss की। इसी प्रकार जाने : Neeraj Chopra Motivational Biography in Hindi। नीरज ने Gold Medal जीतकर रचा इतिहास।
सुनील छेत्री की भारतीयों से मार्मिक अपील
Intercontinental Cup में, भारत और केन्या के बीच फुटबॉल मैच होना था। उससे पहले कप्तान सुनील छेत्री ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने भारतीयों एक मार्मिक अपील की। यह सुनील छेत्री का सौंव इंटरनेशनल मैच था। बस फिर क्या था, मैच शुरू होने से 1-2 घंटे पहले मुंबई का स्टेडियम हाउसफुल हो गया। उनके ट्वीट को विराट कोहली व सचिन तेंदुलकर ने रिट्वीट किया। वे भी उनके समर्थन में उतर आए।
उन्हें मैच से पहले सम्मानित किया गया। जब खिलाड़ी मैदान में उतरे, तो इंद्रदेव ने भी उनका स्वागत किया। इस मैच में सुनील छेत्री ने 2 गोल दाग दिए। भारतीय टीम ने, यह मुकाबला 3-0 से जीत लिया। पूरी भारतीय टीम ने मैदान में मौजूद दर्शकों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। आपको सुनील छेत्री ने वीडियो में क्या कहा, उसे जानकर गर्व महसूस होगा। उनकी भारतीयों से की गई अपील इस प्रकार थी।
“वह हर भारतीय जो फुटबॉल का फैन नहीं है। कृपया हमारा मैच देखने मैदान पर आए। इसकी 2 वजह हैं। एक तो यह दुनिया का नंबर एक खेल है। दूसरा यह कि हम अपने देश के लिए खेल रहे हैं। हम यह भरोसा देना चाहते हैं कि जब आप एक बार मैच देखने आएंगे। तो घर वापस जाने पर आप में, हमारे लिए बदलाव जरूर आएगा। आप लोग जो यूरोपियन टीम को सपोर्ट करते हैं। उनको लग सकता है कि हमारी भारतीय टीम उस स्तर की नहीं है।”
“मैं भी मानता हूं कि हमारा स्तर वैसा नहीं है। लेकिन हम कोशिश करेंगे कि आपका वक्त बर्बाद न हो। वह सभी जिनको हमसे कोई उम्मीद नहीं है। उनसे विनती है कि हमारा मैच देखने आए। हमारी इंटरनेट पर आलोचना करने में मजा नहीं है। आप हमारे मुंह पर, हमारी आलोचना कीजिए। हम पर गुस्सा कीजिए। हम पर चिल्लाइये। लेकिन हमारे साथ रहिए। क्या पता आने वाले दिनों में, आप हमारे लिए चियर करें। प्लीज आइए।” इसी प्रकार जाने : 6 Gold Medal – World Champion Mary Kom Biography। इतिहास रचने का जज्बा।
सुनील छेत्री – मेसी से ज्यादा गोल करने वाले
भारतीय फुटबॉल टीम ने SAFF Championship Cup-2023 की शुरुआत धमाकेदार जीत के साथ की। पाकिस्तान के खिलाफ कप्तान सुनील छेत्री ने गोल की हैट्रिक लगाई। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ, एक तरफा 4-0 जीत हासिल की। सुनील छेत्री और उदारता सिंह ने गोल दागकर, टीम की जीत को पक्का कर दिया। इसी के साथ सुनील छेत्री अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने वाले, दूसरे एशियाई खिलाड़ी बन गए।
भारत भले ही अभी तक फुटबॉल में, विश्वस्तर पर अपना नाम बनाने में कामयाब नहीं हो पाया है। लेकिन भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने, अपने दम पर देश को फुटबॉल को पहचान दिलाई है। वह इंटरनेशनल गेम में सबसे ज्यादा गोल करने वाले, दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। जो सिर्फ रोनाल्डो क्रिस्टियानो से पीछे है। वही वह लियोनेल मेसी से भी ज्यादा गोल करने वाले बन जाए गए हैं।
सुनील छेत्री नेट वर्थ
Sunil Chhetri Net Worth
सुनील छेत्री वर्तमान में बेंगलुरु में रहते हैं। इनके पास बेंगलुरु में अपना विला है। जिसमें वह अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं। उनके पास मारुति सुजुकी सियाज है, जिसकी कीमत ₹9 लाख है। दूसरी कार मारुति सुजुकी SX4 है। जिसकी कीमत ₹20 लाख है। तीसरी कार ऑडी A6 है, जिसकी कीमत ₹55 लाख है।
सुनील छेत्री को एक मैच खेलने के लिए, लगभग ₹10 लाख रुपए मिलते हैं। इनकी सैलरी लगभग ₹75 से ₹80 लाख है। इसके साथ ही, इनकी इनकम ब्रांड एंडोर्समेंट के द्वारा होती है। जिसके लिए यह ₹1.5 से ₹2 करोड़ लेते हैं। इनका टोटल नेटवर्थ ₹38 करोड़ है।
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