The Falcon Method Book Summary in Hindi | पैसे से पैसा बनाना सीखें

The Falcon Method Book Summary in Hindi, Quotes, Book Review, PDF, Synopsis,  Full Story, David Solyomi।

एक चीज हम में से, अधिकांश लोगों में common है। वो यह है कि एक दिन भी, अगर हम अपने काम पर नही गए। या हमने उस दिन काम नहीं किया। तो उस दिन हमारी कोई भी इनकम नहीं होगी। इसलिए चाहे कुछ भी हो, हमें काम तो करना ही होगा। हम चाहकर भी आराम नहीं कर सकते। क्योंकि हमारी financial situation, हमें ऐसा नहीं करने देती। इसी जाल में, हम सारी जिंदगी फंसे रहते हैं।

लेकिन वक्त के साथ New Generation पहले से ज्यादा financially aware और literate होती जा रही है। इसी के साथ, इस बात से भी वाकिफ होती जा रही है। जिंदगी भर मेहनत करके, बुढ़ापे तक एक mediocre life जीना, life जीने का तरीका नहीं है। इसीलिए इस generation का ज्यादातर focus, earlier retirement, passive income और financial freedom में है।

तभी लोग stocks और shares में, invest करने में interest दिखा रहे हैं। लेकिन जो problem अधिकतर लोगों को आती है। वह ये है, कि कौन से stocks लिए जाए। क्योंकि quality stock को सस्ते से सस्ते rate पर buy करना ही। Investing का real challenge होता है। जिसके लिए ऑथर David Solyomi अपनी बुक The Falcon Method में, हमें एक ऐसा investment method सिखाते हैं।

जो value investing, common sense और basic discipline के principle पर based है। जिसका ultimate goal है कि आप ऐसे stocks का portfolio बनाये। जिससे आप returns के साथ ही, अपनी passive income बना पाए।

दरअसल falcon एक पक्षी का नाम है। जो शिकार करने में माहिर होता है। उसी पक्षी की तरह, यह method भी काम करता है। क्योंकि ऑथर ने अपनी early age में ही, काफी financial struggle देखे थे। इसके बाद ही, यह decide कर लिया था। कि वह बड़े होकर, इस Rat Race में नहीं फँसना चाहेंगे। इसी प्रकार जाने : I Will Teach You To Be Rich Book Summary in Hindiअमीर बनने का तरीका।

The Falcon Method Book Summary in Hindi

Ek Nazar – Author David Solyomi

ऑथर डेविड सॉलयोमी, 33 साल की उम्र में, financially free होकर retire हो गए। ऑथर का जन्म 1982 में हंगरी में हुआ था। जब वह 10 साल के थे। तो उनके माता-पिता का तलाक हो गया था। वह अपनी मां के साथ ही रहते थे। जो एक किंडरगार्डन टीचर थी।

ऑथर ने अपनी युवावस्था में, different financial realities का सामना किया था। इसलिए उन्होंने decide किया कि उन्हें जितनी जल्दी हो सके। Financially free होना है। अपने इसी निर्णय से उन्हें प्रेरणा मिली। अपनी काबिलियत और सीखने की जुनून से, वह 33 साल की उम्र में financially free हो गए।

वह एक full time investor बन गए। इनकी यह बुक हमें बताती है। कि स्टॉक मार्केट ही वह जगह है। जहां हम बहुत छोटे से शुरुआत कर सकते हैं। इसके द्वारा हम financially free हो सकते हैं। जिससे एक समय बाद हम नहीं, बल्कि हमारा पैसा काम हमारे लिए काम करता है।

Falcon Method
Types of Investment

2011 में विश्व के सबसे महान निवेशक वारेन बुफेट ने, अपने शेयरहोल्डर्स को एक लेटर लिखा। जिसमें उन्होंने तीन प्रकार की investment के बारे में बताया। जिसमें सबसे पहली investment है।

Currency Based Investment

इस प्रकार की investment में बॉन्ड वह बैंक डिपॉजिट आदि आते हैं। यह वह investment है। जिसे investor सबसे safe investment समझते हैं। जबकि वास्तविकता यह है। यह investment का सबसे अच्छा विकल्प बिल्कुल भी नहीं है। इसका disadvantage यह है। इस पर मिलने वाला ब्याज, महंगाई दर से भी कम होता है। इस प्रकार, हम इसमें invest करने से, अपनी investment value बढ़ाने की बजाय कम कर देते हैं।

Unproductive Assets

 इसमें गोल्ड राइस, ऑयल आदि इसी प्रकार के investment में आते हैं। Investor यह सोचकर, इसमें निवेश करते हैं। एक दिन उनका दाम ऊपर जाएगा। इस तरह उनकी investment value बढ़ जाएगी। लेकिन यह investment, अक्सर लोगों के घर या लॉकर में ही रह जाती है। जब तक ये investment, निवेशक के पास रहती है। यह कोई फायदा नहीं देती। इनसे केवल तभी फायदा होता है। जब investor इन्हें बेच देते हैं।

Productive Assets

इस प्रकार का निवेश, सबसे अच्छा निवेश समझा जाता है। Stock Market इस निवेश का सबसे अच्छा उदाहरण है। वारेन बुफेट इसी category में निवेश की सलाह देते हैं। यही ऐसी कैटेगरी है। जो inflation को पीछे छोड़कर, आपको अच्छे returns generate करके दे सकती है।

इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है।  आप बहुत मामूली capital से शुरुआत कर सकते हैं। आप जब किसी कंपनी का एक शेयर खरीदते हैं। तो आप उस कंपनी में एक छोटी-सी हिस्सेदारी खरीदते हो। जब आप लंबे समय तक, उस कंपनी के भागीदार बने रहते हो। तो आपको वहाँ से, आपकी capital पर, बहुत अच्छा return मिलता है।

जब कंपनी को profit होता है। तो कंपनी के शेयर होल्डर होने के नाते, आपको भी इसमें हिस्सेदारी मिलती है। हमें यह बात हमेशा याद रखना चाहिए। Stock Market में सफलता पाने के लिए, अच्छे शेयर के साथ, लंबे समय तक बने रहना जरूरी होता है। इसी प्रकार जाने : From Failure to Success Book Summary in Hindiकैसे बदले हार को जीत में।

What is Falcon Method

Falcon Method हमें बताता है। कंपनियों की पूरी research करने के बाद, एक बार जब best कंपनी select कर लेते है। तो उसे अपने पास लंबे समय तक hold करके रखो। यही स्टॉक मार्केट में, सफलता का मूल मंत्र है। इंडियन स्टॉक मार्केट में 5000 से भी ज्यादा कंपनियां listed हैं।

ऐसे में सवाल यह आता है। कि किस कंपनी में invest करें। इसका जवाब हमें falcon method से मिलता है। Falcon method कहता है। किसी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले, यह जानना जरूरी है। कंपनी कैसे काम करती है। जब हम एक कंपनी को financially रूप में देखते हैं। तो हमें इसे एक Black-Box की तरह समझने की जरूरत है।

एक investor होने के कारण, यह आपके लिए possible नहीं है। आप यह जान पाओ कि कंपनी के अंदर क्या चल रहा है। लेकिन आपके हाथ में एक बात जरूर है। कंपनी के बाहर क्या चल रहा है। इसके लिए आपको input pipes और output pipes को समझने की जरूरत है। जो Black-Box से जुड़े हुए हैं।

Falcon Method
Input Pipes यानी Income

Black-Box के एक तरफ input pipes अर्थात income है। दूसरी तरफ output pipes अर्थात expenses है। Input pipes में सबसे पहला पाइप, Revenue का मिलता है। यह वह इनकम है। जो कंपनी को अपने products और services के माध्यम से, अपने ग्राहकों से मिलती है।

इसका दूसरा पाइप Borrowed Money है। यह वह पैसा है। जो कंपनी ने अपने बिजनेस को expand करने के लिए या फिर चलाने के लिए बैंक से loan के रूप में लिया है। तीसरा पाइप Equity Sale है। जब कंपनी fund raise करने के लिए, अपने नए share holdings को कम करती है।

फिर उस नए shares को बाजार में बेचती है। तो यह equity sale में आता है। इस बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। क्योंकि बहुत सारी कंपनियां, इस तरह से इकट्ठे किए गए पैसे से, शेयर होल्डर्स को dividend देती है। जो बिल्कुल भी उचित नहीं है।

Falcon Method
Output Pipes यानी Expenses

अब बात output pipes की करते हैं।  यहां पर हमें सबसे पहला पाइप Ongoing Expenses का मिलता है।  यह कंपनी के रोजमर्रा के expenses होते हैं। जिसमें salaries, office supplies, marketing और advertising शामिल होती है।

दूसरा पाइप Capital Expenditure है। यह वह expenses है। जो उन चीजों को खरीदने में लगाए जाते हैं। जिनकी useful life 1 साल से ज्यादा की होती है। जैसे computers, machinery और building आदि। तीसरा पाइप Acquisitions है। यह वह expenses होते हैं। जब कंपनी अपनी growth के लिए, दूसरी कंपनियों का अधिग्रहण करती है।

चौथा पाइप Payment of Debts का होता है। जो forward money कंपनी के input pipe में show होता है। जिसे कंपनी को ब्याज सहित, चुकाना पड़ता है। इसलिए इस पाइप से, हमें यह पता चलता है। कंपनी अपने कर्ज को चुकाने के लिए, कितना भुगतान करती है।

पांचवा पाइप Taxes का होता है। यह वह expense है। जो कंपनी को tax के रूप में, सरकार को pay करना होता है। छठा पाइप Profits का होता है। इस पाइप से, हमें यह पता चलता है। कि कंपनी अपने प्रॉफिट का उपयोग किस प्रकार करती है।

इस पाइप के अंदर, हमें 3 प्रकार के सब पाइप मिलते हैं। जिनसे कि पैसा बाहर जाता है। जिनमे पहला Dividends है। जब कंपनी अपने profit में से, कुछ भाग अपने शेयर होल्डर्स को देती है। तो इसे डिविडेंड कहा जाता है।

इसमें दूसरा पाइप share buyback का है। जब कंपनी surplus cash के कुछ भाग से, अपने ही शेयर को ओपन मार्केट से खरीदती है। तो उसे share buyback कहा जाता है। तीसरा Retained Earning है। जब कंपनी अपने profit को, अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए, अपने ही पास रख लेती है। जिससे कंपनी की growth होती है।

यहां पर यह भी ध्यान रखना चाहिए।  कंपनी इस पैसे को, किस प्रकार और कहां पर प्रयोग करती है। वह कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को अच्छा return generate करके देती है। जिसके income pipe से ज्यादा income अंदर आ रही हो।

वही output pipe से कम पैसा बाहर जा रहा हो। जो कंपनी अपने प्रॉफिट को, बहुत अच्छे से manage करती हो। जिस कंपनी के पास कर्ज न हो। जिसके assets, उसकी liabilities की तुलना में बहुत ज्यादा हो। इसी प्रकार जाने : Your Money or Your Life Book Summary in Hindiपैसा या जिंदगी में क्या जरूरी।

The Goal of Falcon Method

Falcon method हमें स्टॉक मार्केट में, buy & hold की policy पर चलने के लिए कहता है। यह लोकप्रिय पुराने Quant Model से बिल्कुल अलग है। Quant model के अनुसार, आप कुछ quantity method के जरिए, best shares को खरीदते हैं। 1 साल तक, उन्हें hold करके रखते हैं। फिर उन्हें बेच देते हैं।

फिर से अपनी research करके, बेस्ट शेयर्स को खरीदते हैं। फिर 1 साल बाद, उन्हें बेच देते हैं। इस प्रकार हर साल, आपको यह प्रक्रिया दोहरानी होती है। एक investor के लिए, यह बिल्कुल भी comfortable नहीं होता है। ऐसे में आप, उन कंपनी के शेयर को भी खरीद लेते हैं। जिनका आपने नाम भी नहीं सुना होगा।

इसका एक disadvantage यह भी है। कभी-कभी कंपनी की योजनाओं का result देखने में, 1 साल से ज्यादा का time लग जाता है। जब आप उसके शेयर को एक साल में ही बेच देते हैं। तो आप उस कंपनी की growth में, हिस्सेदार बनने से चूक जाते हैं।      इसके विपरीत Falcon Method हमें बताता है। हमें quality wise अच्छे शेयर्स का चुनाव करके। उसे लंबे समय तक hold करके रखना होता है। जिससे उस शेयर से, हमारी जेब में डिविडेंड के रूप में लगातार  पैसा आता रहे। Buy & Hold के द्वारा ही, investor यहां से अच्छा खासा return generate कर पाते हैं।

Five Strategies of Falcon Method

अब हमें Falcon Method की 5 strategies को समझना होगा। जिसकी सबसे पहली strategic है।

Falcon Method
Select Group of Top-Quality Companies

Falcon Method कहता है कि आपको सबसे पहले टॉप क्वालिटी कंपनी को select करना होगा। आपको उन कंपनीज पर focus करना होगा। जो पिछले 20 सालों से, लगातार अपने शेयर होल्डर्स बेहतर डिविडेंड दे रही हो। जिन्होंने कभी भी डिविडेंड में कटौती न की हो।

Author कहते हैं कि हमें कंपनी की  dividend history से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। वह 20 साल के, डिविडेंड हिस्ट्री देखने के लिए, इसलिए कहते हैं। ताकि कंपनी ने एक Recession जरूर face किया हो। वह कंपनी बेहतर है। जिसने recession के समय भी, अपने शेयर होल्डर्स के डिविडेंड में कटौती न की हो।

विपरीत हालात में भी कंपनी की earning power और strength को बरकरार रखा हो। Author कहते हैं कि आपको उन companies को select करना चाहिए। जिनका dividend payout ratio highest हो। Dividend Payout Ratio इस बात से निकलता है। एक कंपनी अपने profit का कितना भाग, अपने शेयर होल्डर्स को, dividend के रूप में देती हैं।

Falcon Method
Identify Stocks and Buy Them on the Cheap Price

Falcon Method कहता है कि आपको किसी भी कंपनी का शेयर तब खरीदना चाहिए। जब वह सस्ते valuation में मिल रहा हो। आपको उस कंपनी के price history को चेक करना होगा। उससे उसका एक average low level निकालना होगा।

 जब वह कंपनी अपने average low level पर trade कर रही हो। तो उस समय, उस शेयर में entry करना। सबसे बेहतर होता है। जब कंपनी का शेयर overvalued हो। तो उसे नहीं लेना चाहिए। तभी आप उस शेयर से बेहतर, return generate कर सकते हैं। इसी प्रकार जाने : Rework Book Summary in Hindiकैसे शुरू करें कोई भी बिज़नस।

Falcon Method
Filter the Short Listed Stocks

जब आपने टॉप क्वालिटी stocks को select कर लिया। यह भी पता कर लिया कि किस समय उसमें entry लेनी है। तो अब आपको उसे फिल्टर करना है। इसके लिए आपको, तीन चीजों को compare करने की जरूरत है। सबसे पहले Dividend Yield है। इससे हमें यह पता चलता है। कंपनी ने साल भर में, प्रति शेयर जो डिविडेंड declare किया है। वह कंपनी के current share price का कितना percent है।

इसके बाद Free Cash Flow Yield वो होता है। जो कंपनी के पास सभी खर्चों के बाद बच जाता है। इसे निकालने के लिए, कंपनी के total cash flow को कंपनी के total number of share से divide करना पड़ेगा। जिससे हमें free cash flow per share मिल जाएगा। फिर free cash flow per share को कंपनी के current market price से divide करने पर, हमें Free Cash Flow Yield मिल जाएगा।

अब shareholder yield से हमें यह पता चलता है। एक कंपनी अपने इन्वेस्टर के साथ, कितने पैसे शेयर करती है। चाहे वह डिविडेंड के जरिए हो या फिर शेयर buyback के जरिए।

Falcon Method
Rank the Survivors

अब आपको अपने stocks को current valuation के आधार पर, तीन प्रकार के rank में रखना होगा। इसमें सबसे पहला SURE है। इसमें वह शेयर आएंगे। जो average valuation से भी अच्छी valuation में available हो।

दूसरा MAYBE है। इसमें वह शेयर आएंगे। जो average valuation पर available हो। तीसरा NO WAY है। इसमें वह शेयर आएंगे। जो average valuation से काफी ऊपर और expensive valuation पर trade कर रहे हो। इस प्रकार आप अपने stocks को rank करने के बाद। आसानी से quality stocks को बाकी stocks से अलग कर पाएंगे। इसी प्रकार जाने : Hooked Book Summary in Hindiप्रोडक्ट बनाने व बेचने की कला सीखे।

Falcon Method
Take Qualitative Judgement

यह सब analysis करने के बाद, आपकी knowledge काफी बढ़ जाएगी। उसके आधार पर, आपको qualitative judgement लेने में आसानी हो जाएगी। इस सबके बाद, आपके portfolio में, अब सिर्फ quality stocks ही बचेंगे। जिसके साथ आपको long term तक बने रहना है।

इसी प्रकार, Falcon Method का goal यही है। Quality Stock को buy करो और उसे अपने portfolio में लॉन्ग टर्म तक hold करके रखो। ऐसा करने से ही, आप stock market में बेहतर return generate कर पाएंगे। अपने लिए passive income बना पाएंगे। जो तब भी काम करेंगी। जब आप काम पर नहीं जा पाओगे।

यहाँ पर मैं आपको recommend करना चाहूंगा। कि आप David Solyomi  की यह book – The Falcon Method  अवश्य पढ़नी चाहिए।

Humble Request

   अभी तक आपने इसे पढ़कर, जो भी सीखा। वो पूरी Book का अंश मात्र है। यदि आप भी कम उम्र मे financially free होकर retire होना चाहते है। तो David Solyomi की Book- The Falcon Method जरूर पढ़ें।

आपको इसे भी जानना चाहिए :

Leave a Comment