Axar Patel – Biography in Hindi, Wife, Marriage, Brother, ipl 2023 [ अक्षर पटेल का जीवन परिचय, आयु, वाइफ, टेस्ट करियर, खेल-कूद से जुड़े आंकड़े।
Axar Patel Biography in Hindi
अक्षर पटेल का जीवन परिचय
क्रिकेट में एक शब्द बेंच उनके लिए इस्तेमाल होता है। जो प्लेइंग 11 में नहीं होते हैं। लेकिन स्क्वाड में जरूर होते हैं। क्योंकि बेंच पर बैठा प्लेयर ही, जरूरत पड़ने पर टीम में वापस आता है। यही कारण है कि आज T20 के बढ़ते हुए रस ने, हर टीम को एक टाइप के दो खिलाड़ी रखने को मजबूर कर दिया है। इतना वर्क लोड, इतने मैचों के होते हुए। किसी एक खिलाड़ी को सभी फॉर्मेट में, अपनी फिटनेस को संभाल पाना मुश्किल होता है।
लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं। जिनके जैसा दूसरा सोचना भी बेमानी लगता है। जैसे भारतीय क्रिकेट में विराट, रोहित और बुमराह का नाम टॉप पर है। इसी श्रेणी में एक ऐसा भी नाम है। जो लगातार इंटरनेशनल क्रिकेट में, भारतीय टीम का परचम बुलंद कर रहा है। वह नाम जिसने रविंद्र जडेजा जैसे प्लेयर की कमी महसूस नहीं होने दी। वह खिलाड़ी, जिसे हम सभी अक्षर पटेल के नाम से जानते हैं।
किसी भी खिलाड़ी की पहचान, इस बात से होती है। उसने अपने जीवन में कितनी बड़ी सफलता हासिल की है। ऐसे ही खिलाड़ी अक्षर पटेल के संघर्ष की कहानी, जिसने संघर्ष में तपकर सफलता हासिल की। वह सफलता भी इतनी बड़ी थी। जिसका आज पूरी दुनिया में डंका बज रहा है। इस खिलाड़ी ने गेंद और बल्ले दोनों से धूम मचाई। यह वही अक्षर पटेल हैं। जिन्हें उनके मित्र व चाहने वाले, बापू के नाम से भी जानते है। इसी प्रकार जाने : हार्दिक पांड्या जीवन परिचय। Hardik Pandya Biography in Hindi (Net worth)।
अक्षर पटेल – एक परिचय
भारतीय ऑल राउंडर खिलाड़ी अक्षर पटेल | |
पूरा नाम | अक्षर राजेशभाई पटेल |
उपनाम | • आक्सी • अक्कू • बापू |
जन्म तिथि | 20 जनवरी 1994 |
जन्म स्थान | नडियाद, गुजरात भारत |
पिता | राजेशभाई पटेल |
माता | प्रीतिबेन पटेल |
भाई बहन | संशिप पटेल (बड़े भाई)शिवांगी पटेल (बड़ी बहन) |
कॉलेज | धर्म सिंह देसाई विश्वविद्यालय, नडियाद, गुजरात |
शैक्षिक योग्यता | इंजीनियरिंग (ड्रॉपआउट) |
व्यवसाय | भारतीय क्रिकेट ऑल राउंडर |
पत्नी | मेंहा पटेल आहार एवं पोषण विशेषज्ञ (26 जनवरी 2023) |
इंटरनेशनल डेब्यू | वन डे : 15 जून 2014 बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट : 13 फरवरी 2021 इंग्लैंड के खिलाफ T20 : 17 जुलाई 2015 जिंबॉब्वे के खिलाफ |
टर्निंग प्वाइंट | आईपीएल 2014 में पंजाब किंग्स इलेवन की तरफ से खेलते हुए, 17 विकेट लिए और ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ बने। |
जर्सी संख्या | #20 भारत #20 आईपीएल |
शारीरिक मापदंड | लंबाई : 183 सेंटीमीटर वजन : 65 किलोग्राम आंखों का रंग : काला बालों का रंग : काला |
घरेलू टीम | • गुजरात • किंग्स इलेवन पंजाब • मुंबई इंडियंस • दिल्ली कैपिटल्स |
कोच | • दिनेश नानावटी • वी वेंकटराम • मुकुंद परमार |
वेतन | ₹1 करोड़ प्रतिमाह |
नेट वर्थ | ₹44 करोड़ (लगभग) |
अक्षर पटेल का प्रारंभिक जीवन
अक्षर राजेश पटेल का जन्म 20 जनवरी 1994 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। उनका असली नाम Axar Patel नहीं, बल्कि Akshar Patel है। यह गलती स्कूल के उनके स्कूल के प्रिंसिपल से तब हुई थी। जब अक्षर ने स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया था। जिसमें गलती की वजह से Axar लिख दिया गया था। तभी तो उनका नाम अंग्रेजी में Axar ही लिखा जाता है।
सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि अक्षर पटेल की रुचि क्रिकेट में थी, ही नहीं। बल्कि वह तो मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते थे। अक्षर पटेल एक संयुक्त परिवार में रहते हैं। उनके पिता राजेश भाई पटेल का आनंद में बिजनेस था। जबकि उनकी मां प्रीतिबेन पटेल, एक गृहणी है।
अक्षर के परिवार में, उनके अलावा एक बड़े भाई संशिप पटेल और बड़ी बहन शिवांगी पटेल भी हैं। इसी प्रकार जाने : Kuldeep Yadav Biography in Hindi। कुलदीप यादव का जीवन परिचय। World Cup – 2023।
अक्षर पटेल की शिक्षा
बचपन से ही अक्षर पटेल को पढ़ाई लिखाई में अधिक रुचि थी। अक्षर पटेल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नडियाद से ही की। अक्षर अपनी पढ़ाई में बहुत अच्छे थे 10th क्लास में उन्होंने टॉप किया था। मैथ्स में अच्छे होने की वजह से, उन्हें मैकेनिकल इंजीनियर बनने में रुचि थी। उनके स्कूल में इंटर स्कूल टूर्नामेंट था। टीम पूरी नहीं हो रही थी। अक्षर के मित्र धीरेन कंसारा ने उनसे मैच खेलने को कहा।
तब वह 12 साल के थे। उन्होंने इंटर स्कूल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद से, अक्षर की क्रिकेट में रुचि पैदा होने लगी। आगे अक्षर ने 12वीं कक्षा के बाद, मैकेनिकल इंजीनियर बनने का सपना संजोकर, धर्म सिंह देसाई विश्वविद्यालय नडियाद में दाखिला ले लिया। इसके साथ ही वह क्रिकेट भी खेलते थे।
अक्षर पटेल के पिता जी व दादी चाहती थी कि वह भारत के लिए खेलें। जिसके कारण अक्षर ने अपना पूरा ध्यान क्रिकेट में देना शुरू कर दिया। इसी कारण उन्हें अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई, बीच में ही छोड़नी पड़ी।
अक्षर पटेल के क्रिकेट करियर की शुरुआत
दोस्तों और रिश्तेदारों से पिता राजेश भाई को, अक्षर के टैलेंट के बारे में पता चला। उनके पिता ने उनके टैलेंट को समझते हुए, खेड़ा की एक क्रिकेट अकादमी में, उनका दाखिला करवा दिया। अक्षर के दुबले पतले शरीर को देखते हुए। उनके पिता ने, उन्हें जिम भेजना शुरू किया। जिम में अधिक भीड़ होने की वजह से, अक्षर अच्छे से एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे थे। अक्षर को प्रोफेशनल क्रिकेट खेलने का कभी भी मन नहीं था।
वह अकादमी जाने के बजाय, अपने दोस्तों के साथ टेनिस बॉल टूर्नामेंट खेलने चले जाते थे। जब राजेश भाई को इस बात का पता चला। तो उन्होंने अक्षर को बहुत समझाया। फिर अगली बार से ध्यान रखा कि अक्षर अपनी एकेडमी ट्रेनिंग को मिस न करें। अक्षर को भी एहसास हुआ कि अपनी शारीरिक क्षमता और गेम को मजबूत करने के लिए, उन्हें क्रिकेट अकादमी ही जाना पड़ेगा। उन्होंने धीरे-धीरे अकादमी जाना शुरू किया।
जहां कोच संजय भाई पटेल के देखरेख में, उन्होंने अपनी कोचिंग शुरु की। उन्हें हमेशा से बैट्समैन बनने का मन था। लेकिन उनकी अच्छी लंबाई को देखते हुए, कोच ने उन्हें बॉलिंग पर फोकस करने की सलाह दी। तब अक्षर बैटिंग के साथ-साथ बॉलिंग पर भी फोकस करने लगे। शुरुआत में उनकी मां और दादी का उन्हें सहयोग नहीं मिला। लेकिन उनके पिता ने उन्हें आगे बढ़ाने में बहुत सहयोग किया।
एक समय के बाद, जब उनकी दादी टीवी पर मैच देखती थी। तो वह अक्षर से कहती थी कि मुझे तुम्हें नीली जर्सी में खेलते हुए देखना है। लेकिन दुर्भाग्यवश, जब वह डिस्टिक लेवल पर खेल रहे थे। तभी उनकी दादी का निधन हो गया। मैच के कारण बाहर होने की वजह से, वह अपनी दादी के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाए।
अक्षर ने दादी की इस बात ने अपने दिल से लगा लिया। उन्होंने तय कर लिया कि उन्हें अब हर हाल में इंडिया के लिए क्रिकेट खेलना है। इसी प्रकार जाने : Shreyas Iyer Biography In Hindi। डिप्रेशन और रिजेक्शन को मात देकर उभरा महान बल्लेबाज।
अक्षर पटेल का क्रिकेट से मोहभंग
साल 2010 में अक्षर का गुजरात अंडर-19 टीम में सिलेक्शन हो गया। लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से कुछ दिन पहले ही, अक्षर का एक्सीडेंट हो गया। इसमें उनके पैर में काफी चोटे आई। जिसकी वजह से, उन्हें पूरे सीजन में बाहर रहना पड़ा। इतने संघर्ष और मेहनत के बाद, जब ऐसा स्वर्णिम अवसर हाथ से चला जाए। तो व्यक्ति टूट सा जाता है। उसे वक्त अक्षर ने भी, क्रिकेट को छोड़ने का मन बना लिया।
लेकिन तभी उन्हें अपनी दादी की ख्वाहिश याद आ गई। जिसने उन्हें वापस आने के लिए प्रेरित किया। घुटने में इंजरी के कारण, उन्होंने स्पिन बॉलिंग करना शुरू किया। इसके बाद बॉलिंग और बैटिंग दोनों में ही अच्छा प्रदर्शन करने लगे। 2012 में अक्षर ने रणजी ट्रॉफी में गुजरात के तरफ से, अपना डेब्यू किया। इस सीजन में, उन्हें सिर्फ एक मैच ही खेलने का मौका मिला।
लेकिन अगले साल 2013-14 रणजी ट्रॉफी में, वह गुजरात की तरफ से सबसे प्रभावशाली ऑल राउंडर खिलाड़ी थे। नवंबर 2013 में, अपने दूसरे ही फर्स्ट क्लास मैच में, दिल्ली के खिलाफ पहली इनिंग में, 55 देकर 6 विकेट लिए थे। इसके साथ ही, उन्होंने पूरे सीजन में बल्ले से 369 रन बनाए। वहीं गेंदबाजी में 29 विकेट झटके।
अक्षर पटेल का आईपीएल में चयन
अक्षर के बेहतरीन ऑलराउंड परफॉर्मेंस की वजह से, 2013 आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने अक्षर पटेल को, अपनी टीम में ₹10 लाख में शामिल किया। लेकिन रिकी पोंटिंग, सचिन तेंदुलकर व रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से भरी टीम में, उन्हें खेलने का मौका ही नहीं मिला। वह पूरे सीजन में, बेंच पर ही बैठे रह गए। लेकिन उन्हें मुंबई के कैंप से बहुत कुछ सीखने को मिला।
2014 में अक्षर को बीसीसीआई ने ‘अंडर-19 क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ का खिताब दिया। 2014 में ही पंजाब किंग्स इलेवन ने उन्हें ₹75 लाख की धनराशि देकर, अपनी टीम में शामिल कर लिया। इस सीजन में अक्षर ने, अपनी फिरकी की बदौलत, पंजाब को फाइनल तक पहुंचाया। इस पूरे सीजन में, उन्होंने 17 विकेट झटके। वह उस साल के ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ बने। इसी प्रकार जाने : Jasprit Bumrah ki Biography। Jasprit Bumrah Net Worth।
अक्षर पटेल का भारतीय टीम में चयन
अक्षर के बेहतरीन परफॉर्मेंस प्रदर्शन को देखते हुए। 2014 में बांग्लादेश दौरे के लिए, भारतीय टीम में उनका सिलेक्शन हुआ। 15 जून 2014 को बांग्लादेश के खिलाफ, उनका ओडीआई डेब्यु हुआ। 2015 ओडीआई वर्ल्ड कप में, अक्षर भारत के 15 खिलाड़ियों के स्क्वाड में थे। 2015 आईपीएल में भी, अक्षर का ऑलराउंड प्रदर्शन था। टूर्नामेंट में नीचे के क्रम में बैटिंग करते हुए। उन्होंने 209 रन बनाए।
वहीं गेंदबाजी में 13 विकेट के झटके। अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन से, 17 जुलाई 2015 को जिंबॉब्वे के खिलाफ, उनका T20 इंटरनेशनल डेब्यू हुआ। अपने डेब्यू मैच में, उन्होंने चार ओवर में 17 रन देकर, 3 विकेट झटके। जिसमें वह मैन ऑफ द मैच घोषित हुए। 1 मई 2016 को आईपीएल में गुजरात लायंस के खिलाफ, पांच गेंद में चार विकेट झटके। इस तरह उस साल की एकमात्र हैट्रिक, उनके नाम हुई।
इसकी मदद से पंजाब किंग्स, वह मैच 27 रन से जीत गई। रविंद्र जडेजा की टीम में अच्छे प्रदर्शन के कारण, अक्षर को भी भारतीय टीम में जगह बनाने मुश्किल लग रही थी। लेकिन 2019 में अक्षर के जीवन में कुछ ऐसा हुआ। जिससे वह पूरी तरह बिखर गए।
अक्षर पटेल के जीवन में उथल-पुथल
एक रात अक्षर के पिता राजेश भाई पटेल, अपने दोस्तों के साथ चाय पीने बाहर गए थे। जहां उनका एक्सीडेंट हो गया। उनके ब्रेन का लेफ्ट साइड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वह खुद कहते हैं कि वह मौत के मुंह से बाहर निकले। डॉक्टर ने कहा कि वह कोमा में भी जा सकते हैं। अगर बच गए, तो मेमोरी लॉस भी हो सकती है।
अक्षर पूरी तरह से शोक में थे। लेकिन जब उन्होंने महसूस किया कि परिवार में सभी लोग पूरी तरह से टूट गए हैं। तो उन्होंने मैच्योरिटी दिखाते हुए, सभी को संभाला। एक बेटा जो कर सकता था। उन्होंने भी अपना सब कुछ अपने पिता के इलाज में लगा दिया। पिता को रिकवर होने में 4 महीने लग गए। लेकिन यह उनका सौभाग्य था कि जब राजेश भाई की दुर्घटना हुई।
उस वक्त कोई मैच नहीं हो रहा था। इसके बाद जब भी अक्षर मैंच के लिए बाहर रहते, तो हर सुबह फोन करके, अपने पिता के बारे में पूछते। 2019 वर्ल्ड कप ओडीआई में भी, वह स्टैंड बाय खिलाड़ी के तौर पर रखे गए थे। आईपीएल और घरेलू मैचों में भी, उनका लगातार अच्छा प्रदर्शन चल रहा था। लेकिन रविंद्र जडेजा के टीम में रहने से, उन्हें अच्छे मौके नहीं मिल रहे थे।
जनवरी 2021 में अक्षर को भारतीय टेस्ट टीम के लिए बुलावा आया। अक्षर को रविंद्र जडेजा के चोटिल होने की वजह से, उनके स्थान पर रखा गया। यह इंग्लैंड के खिलाफ होम सीरीज था। 3 साल बाद अक्षर अंतरराष्ट्रीय मैच में वापस लौट रहे थे। इसका उन्हें बेसब्री से इंतजार भी था। ओडीआई इंटरनेशनल में डेब्यू के 7 साल बाद, 13 फरवरी 2021 को अक्षर ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया।
अक्षर ने अपने डेब्यू मैच की दूसरी पारी में ही, पाँच विकेट ले लिए। सीरीज के तीन मैच में, उन्होंने 27 विकेट अपने नाम किये। जिसमें उनके चार पंजे शामिल थे। 2021 टी20 वर्ल्ड कप में, वह 15 मैन स्क्वाड में थे। लेकिन आखिरी समय उन्हें 15 मैन एस्कॉर्ट से, रिजर्व प्लेयर में शामिल कर दिया गया। लेकिन यहां पर भी उनको मौका नहीं मिला।
यह अक्षर के कभी हार न मानने वाली स्पिरिट का ही नतीजा है। कि एक समय क्रिकेट छोड़ने वाले अक्षर, जडेजा की परछाई में दबने वाले अक्षर, आज विश्व के सबसे अच्छे बोलिंग ऑलराउंडर में गिने जाते हैं। उनके 83 इंटरनेशनल मैचों में 865 रन और 107 विकेट, इस बात की गवाही है। अगर उन्हें लगातार मौके मिले। तो भारतीय क्रिकेट के लिए अगले बड़े स्टार साबित होंगे। इसी प्रकार जाने : यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय। Yashasvi Jaiswal Net Worth।
अक्षर पटेल की इनकम व नेटवर्थ
अक्षर पटेल अभी गुजरात के नडियाद में, एक आलीशान घर में अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं। उनके घर का नाम राजकिरण है। अक्षर पटेल के पास लैंडरोवर कार है, जिसकी कीमत ₹54 लाख है। इसके साथ ही, उनके पास मर्सिडीज़ एसयुवी और हुंडई कार भी है। अक्षर पटेल बीसीसीआई के सी ग्रेड प्लेयर हैं। जिसमें बीसीसीआई की तरफ से, उन्हें सालाना एक करोड रुपए मिलता है।
उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए, एक दिन के ₹60000 मिलते हैं। विजय हजारे मैच के लिए ₹25000 और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए लगभग ₹17000 मिलते हैं। साल 2022 में अक्षर पटेल को दिल्ली कैपिटल ने ₹9 करोड में रिटेन किया। इसके अलावा अक्षर पटेल ब्रांड का एंडोर्समेंट करते हैं। जिसके लिए वह लगभग ₹75 लाख से ₹1 करोड लेते हैं। उनकी प्रतिमाह की इनकम लगभग ₹1 करोड है। वहीं उनकी कुल संपत्ति ₹44 करोड है।
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