Dutee Chand Biography in Hindi | Dutee Chand | The Success Story of Dutee Chand | Real Story of Rashmi Rocket | दुती चंद की लव स्टोरी व विवाद | Dutee Chand Indian Sprinter Biography in Hindi | Dutee Chand Lifestyle Income and Net-worth | Dutee chand Age, Family, Religion and Love | Biopic of Dutee Chand | Controversy of Dutee Chand | Dutee Chand Gender | Dutee Chand Wife Dutee Chand Partner Dutee Chand Marriage |
Dutee Chand - An Indian Athlete
Biography in Hindi
हम में से कोई भी साथ इंसान, किसी को देखकर। उसका जेंडर आसानी से बता सकता है। लेकिन भारत में साल 2014 में, एक ऐसा मामला सामने आया। जहां देश के डॉक्टर, सरकार, मीडिया और जनता सभी एक भारतीय एथलीट के जेंडर को लेकर confuse हो गए।
एक बार अंदाजा लगाकर देखिए। जब आपको कानून के सामने साबित करना पड़े। कि आप पुरुष नहीं, बल्कि एक महिला हैं। यह अनुभव कितना खतरनाक होता होगा। ठीक ऐसा ही, एक अंतरराष्ट्रीय भारतीय एथलीट के साथ हुआ। एक ऐसी महिला खिलाड़ी जो सिर्फ देश में ही नहीं। बल्कि विदेश में भी भारत का नाम रोशन करने वाली थी।
उस खिलाड़ी को ओलंपिक खेल से सिर्फ इसलिए निकाल दिया गया। कि दुनिया को लगता था। वह महिला नहीं, बल्कि एक पुरुष है। उनकी अच्छी performance होने के बावजूद भी। उस खिलाड़ी को यह कहकर ban कर दिया गया। कि वह एक लड़की के हिसाब से कुछ ज्यादा ही strong है।
इसलिए वह लड़कियों के साथ गेम नहीं खेल सकती। इन्होंने अपने संघर्ष के बल पर एक ऐसा मुकाम हासिल किया। जो कि हकीकत, सच्चाई और जज्बे की मिसाल है। जिन्होंने जीवन की सच्चाई को स्वीकार कर, एक कीर्तिमान स्थापित किया। यह बात है- भारतीय एथलीट दुती चंद्र की।

Dutee Chand - An Introduction
Great Indian Women Sprinter Dutee Chand Ek Nazar | |
पूरा नाम (Full Name) | दुती चंद |
जन्म-तिथि (Date of Birth) | 3 फरवरी 1996 |
जन्म-स्थान (Birth-Place) | जाजपुर उड़ीसा |
पिता (Father) | चक्रधर चंद (बुनकर) |
माता (Mother) | अखुजी चंद (बुनकर) |
स्कूल (School) | चका गोपालपुर गांव का स्थानीय स्कूल |
कॉलेज (College) | केआईआईटी विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर उड़ीसा |
शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification) | कानून में स्नातक (एलएलबी) |
भाई-बहन (Siblings) | ●रविंद्र चंद (भाई) ●सरस्वती चंद(बड़ी बहन) ●संजूलता चंद(बड़ी बहन) ●अंजना चंद (छोटी बहन) ●प्रतिमा चंद (छोटी बहन) ●अलीवा चंद(छोटी बहन) |
व्यवसाय (Profession) | भारतीय एथलीट |
प्रतिस्पर्धा (Participation) | ● 100 मीटर ● 200 मीटर |
क्लब (Club) | उड़ीसा खनन निगम |
कोच (Coach) | रमेश नागपुरी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित |
लैंगिक रुझान (Sexual Orientation) | समलैंगिक (अपने गांव की एक लड़की के साथ रिलेशनशिप में) |
विवाद (Controversy) | हाइपरएंड्रोजेनिज्म विवाद अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में प्रतिस्पर्धा करने की तय सीमा से, अधिक टेस्टोस्टरॉन के स्तर का पाया जाना |
पुरस्कार (Awards) | एथलेटिक्स के लिए अर्जुन पुरस्कार |
सैलरी (Income) | ₹86,604/ माह |
नेट-वर्थ (Net-Worth) Advertisements
| $2.5 मिलियन |
दुती चंद का प्रारम्भिक जीवन
Early Life of Dutee Chand
दुती चंद का जन्म 3 फरवरी 1996 को उड़ीसा राज्य के जाजपुर जिले के, एक छोटे से गांव चाका गोपालपुर में हुआ था। इनके पिता चक्रधर चंद एक बुनकर थे। इनकी मां अखुजी चंद भी बुनकर का काम किया करती थी। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी।
उनके परिवार में माता-पिता के सहित 9 सदस्य थे। जिनमें 6 बहने और एक भाई है। दुती अपने माता-पिता की 7 संतानों में तीसरे नंबर पर हैं। इतने बड़े परिवार और पिता की आय सीमित होने के कारण, इन्हें बचपन से ही काफी गरीबी का सामना करना पड़ा। इनका पालन-पोषण गरीबी रेखा से नीचे कहे जाने वाले, एक बुनकर परिवार में हुआ।
दुती का परिवार आर्थिक रूप से इतना कमजोर था। कि उनके पास उचित रूप से पोषण के लिए, पर्याप्त भोजन नहीं था। जिसके चलते दुती अपने पोषण संबंधी आवश्यकताओं को, अपने गांव के समारोह जैसे शादी और जन्मदिन में जाकर पूरा करती थी।
दुती चंद की शिक्षा
Education of Dutee Chand
जैसा कि कहा जाता है। होनहार बिरवान के चिकने पात। बचपन से ही उनकी मेहनत को देखते हुए। दुती के घरवालों और गांव वालों को यह अनुमान हो गया था। कि दुती बहुत आगे तक जाएगी। इनकी प्रारंभिक शिक्षा चौका गोपालपुर गांव के ही स्थानीय विद्यालय में हुई।
फिर इनके पिता ने 2006 में, घर के आर्थिक हालातों को देखते हुए। उनकी बड़ी बहन सरस्वती चंद और उनका दाखिला। गवर्नमेंट स्पोर्ट्स हॉस्टल में करवा दिया। इसके बाद 2013 में, भुवनेश्वर के केआईआईटी विश्वविद्यालय से उन्होंने कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की।
दुती चंद की खेलों मे रुचि
Dutee Chand - Interest in Sports
दुती के धावक बनने की प्रेरणा, उनकी बड़ी बहन सरस्वती चंद थी। सरस्वती चंद राज्य स्तर की एथेलीट रह चुकी हैं। मध्यम वर्गीय परिवार में, खेलों में जाने का एक बड़ा कारण होता है। अगर आप अच्छा खेलोगे। तो आपकी गवर्नमेंट जॉब लग जाएगी। दुती को पता था कि यही एक रास्ता है गरीबी से बाहर निकलने का।
यह एक बड़ा कारण था। उनके एथेलीट बनने का। इन सब बातों से inspire होकर, उन्होंने दौड़ना शुरू किया। दुती ने सरस्वती की सलाह पर, गांव में नदी के किनारे नंगे पर दौड़ लगाना शुरू किया। दुती ने पेशेवर तौर पर, पहला जूता गोल्ड स्टार कंपनी का पहना। उन्हें जूतों की आदत पड़ने में लगभग दो-तीन हफ्ते लगे थे।
दुती चंद को एथलीट मे मिली पहचान
Dutee Chand - Got Recognition as an Athlete
दुती पहली बार 2012 में, तब निगाहों में आई। जब under-18 नेशनल चैंपियनशिप में, 100 मीटर की दौड़ जीतने के साथ नया रिकॉर्ड बना डाला। यह 100 मीटर की रेस, उन्होंने 11.85 सेकंड में पूरी की थी। फिर वर्ष 2013 में, School National Race में उन्होंने नैनो कार जीती।
इसके बाद 2013 में ही, उड़ीसा की इस धावक ने पुणे में आयोजित। एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 200 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। 2013 में ही World Youth Championship के 100 मीटर स्पर्धा में फाइनल तक पहुंची थी। इसी साल नेशनल सीनियर एथलेटिक चैंपियनशिप, जो कि रांची में खेला जा रहा था। इन्होंने 100 मीटर रेस में, 11.73 सेकंड में ही, अपने रेस को पूरा कर लिया।
इस तरह उन्होंने National level में जीत दर्ज की। 2012 में, उनका score 100 मीटर में 11.85 सेकंड का था। जबकि 2013 में 11.73 सेकेंड का था। इससे यह साबित होता है। कि दुती चंद हर साल कितना improve कर रही थी। जून 2014 में, इन्होंने 200 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल जीता। इसमें उनका समय 23.74 सेकंड था। 200 मीटर के साथ ही, इन्होंने 4×400 मीटर relay race में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
दुती चंद को हाइपरएंड्रोजेनिज़्म की वजह से किया बैन
Dutee Chand - Banned due to Hyperandrogenism
दुती चंद अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद, काफी assure थी। कि वह 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स और 2014 में ही होने वाले एशियन गेम्स के लिए qualify कर लेंगी। फिर ऐसा कुछ हुआ। जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था।
दुती को International Association of Athletics Federation (IAAF) और Athletic Federation of India (AFI) के द्वारा Ban कर दिया गया। इस ban के पीछे हाइपरएंड्रोजेनिज्म पालिसी का उल्लंघन होना था। क्योंकि दुती के शरीर में टेस्टोस्टरॉन की मात्रा अधिक पाई गई थी
हाइपरएंड्रोजेनिज़्म पॉलिसी क्या है
What is Hyperandrogenism Policy
जब कोई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेम खेलने के लिए जाता है। तो उससे पहले उसके शरीर की जांच की जाती है। विशेषज्ञ इस बात का पता लगाते हैं। कि खिलाड़ी कहीं कोई दवा का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है।
जब किसी खिलाड़ी के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा अधिक होती है। तो इसे हाइपरएंड्रोजेनिज्म पॉलिसी का उल्लंघन माना जाता है। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन होता है। जबकि पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन पाया जाता है।
लेकिन हैरतअंगेज तरीके से न जाने क्यों। दुती चंद के शरीर में जरूरत से ज्यादा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पाए गए। इसका मतलब साफ था। कि दुती का शरीर किसी महिला की तरह नहीं, बल्कि किसी पुरुष की तरह शक्तिशाली और मजबूत था। Sports की दुनिया में ऐसा माना जाता है। कि जिस खिलाड़ी में यह हार्मोन ज्यादा होते हैं। उसका performance बेहतर हो जाता है।
कई बार खिलाड़ी इसे performance enhancing drugs के रूप में भी ले लेते हैं। इसी शक की वजह से दुती चंद के ऊपर ban लगा दिया गया था। लेकिन 2015 में Court of Arbitration for Sports (CAS) ने दुती के पक्ष में फैसला दिया। कोर्ट ने IAAF के नियमों को खारिज करते हुए। दुती को अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने की अनुमति दे दी। इस तरह उनके ऊपर से लगा, Ban हटा दिया गया।
दुती चंद का प्र्तिबंध हटने के बाद खेल मे प्रदर्शन
Dutee Chand - Performance After Ban was Lifted
दुती चंद्र के ऊपर से Ban हटने के बाद। 2016 के एशियाई इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, दोहा के 60 मीटर वर्ग में नए रिकॉर्ड के साथ कांस्य पदक जीती। 23 मई 2016 को उड़ीसा सरकार ने दुती को उड़ीसा माइनिंग कारपोरेशन में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया।
इसके बाद कजाकिस्तान में 100 मीटर की स्पर्धा में 11.24 सेकंड का समय निकाला। वह 2016 के ओलंपिक में qualify करने वाली, पहली महिला भारतीय धावक बनी। हालांकि दुती चंद रियो में आगे नहीं जा सकी। लेकिन 2018 के एशियन गेम्स, जकार्ता में दो रजत पदक जीती।
एशियाड के 100 मीटर दौड़ में, किसी भारतीय के द्वारा दो दशकों में जीता गया पहला पदक था। तब पीटी उषा रजत पदक जीती थी। इसके 3 दिन बाद ही, दुती ने 200 मीटर में, रजत पदक जीतकर रिकॉर्ड बना डाला। नापोली में 2019 समर यूनिवर्सियाड मे, दुती ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता।
वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पोडियम पर शीर्ष में रहने वाली पहली भारतीय महिला धावक बनी। 59वीं नेशनल ओपन चैंपियनशिप 2019 में, दुती चंद ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए। सेमीफाइनल में 11.22 सेकंड का रिकॉर्ड बनाया। फिर फाइनल में 11.25 सेकंड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
दुती चंद ने समलैगिकता का किया खुलासा
Dutee Chand Reveals Her Homosexuality
दुती चंद की जिंदगी में, दूसरा मोड़ साल 2018 में आया। साल 2018 में, सुप्रीम कोर्ट ने सेक्शन 377 को हटा दिया। सेक्शन 377 भारत में, homosexuality को एक दंडनीय अपराध मानता था। इसे हटाने के बाद, भारत में homosexuality को मान्यता मिल गई।
मतलब अब एक लड़का, किसी लड़के के साथ और एक लड़की, किसी लड़की के साथ शादी कर सकते थे। वह साथ रह सकते थे। तब दुती चंद ने भी, सबके सामने आकर कबूल किया। वह एक same sex relationship में हैं। मतलब उनकी पार्टनर एक लड़की है। अब एक बार फिर दुती चंद मीडिया की नजरों में आई।
उनसे सवाल किए जा रहे थे। कि तुम्हारा यह प्यार कितनी दूर तक जाएगा। परिवार के लोग तुम्हे accept करेंगे या नहीं। क्या तुम future में, उस लड़की से शादी करोगी। इन सब सवालों के जवाब में दुती चंद ने कहा। प्यार करना कोई गुनाह नहीं है। सभी को प्यार होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि ज्यादातर लोग अपने से opposite sex के साथ प्यार करते हैं।
लेकिन मैंने same sex के साथ प्यार किया है। उन्होंने बताया कि वह अपने ही गांव की एक 19 साल की लड़की के साथ, 5 साल से relationship में हैं। वह भुवनेश्वर के कॉलेज में B.A Second Year की student है। वह उनकी relative ही है। दुती चंद के इस फैसले को, भले ही पूरी दुनिया ने accept कर लिया हो।
लेकिन दुती चंद की फैमिली, इस फैसले के बिलकुल खिलाफ है। दुती चंद की मां और बड़ी बहन ने तो, उन्हें जेल भेजने तक की धमकी दे डाली। उनका कहना है कि दुती चंद की पार्टनर, उन्हें ब्लैकमेल करके। उनसे ऐसा करवा रही है। इसके चलते साल 2019 से, अब तक वह अपने घर नहीं गई है। दुती ने अपनी बड़ी बहन के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था।
जिसका कोई असर नहीं हुआ। क्योंकि उनकी बड़ी बहन उड़ीसा पुलिस में एसआई के पद पर है। दुती चंद अब भी अपने प्यार और एक नॉर्मल लाइफ के लिए struggle कर रही है। शायद वो हमेशा ही struggle करती रहेंगी। क्योंकि उन्होंने जो रास्ता चुना है। वह भारत के लोगों को, कभी रास नहीं आएगा।
दुती चंद का विवाह
Dutee Chand - Marriage
दुती चंद ने अपने ऊपर समलैंगिक होने के, सारे प्रश्न चिन्हों पर विराम लगा दिया। उन्होंने अपने समलैंगिक साथी से विवाह कर लिया। अब तक उन्होंने अपने पार्टनर का नाम उजागर नहीं किया था। जिसके पीछे कारण था। वह नहीं चाहती थी कि उनका पार्टनर किसी विवाद में फंसे।
दुती चंद ने अपनी समलैंगिक पार्टनर मोनालिसा से शादी कर ली। इसका खुलासा दुती चंद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से फोटो शेयर करके किया। इसके बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। लेकिन दुती चंद ने एक वेबसाइट के माध्यम से बताया कि उन्होंने अभी शादी नहीं की है।
उनका पूरा ध्यान 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक पर है। उन्होंने अपनी बहन की शादी में, अपनी पार्टनर मोनालिसा के साथ फोटो ली थी। जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया। इस तरह यह न्यूज़ पूरी तरह से फेक है। उन्होंने अभी शादी नहीं की है।
दूती चंद को मिले पदक का विवरण
Details of Medal Received by Dutee Chand
दुती चंद को मिले पदक | ||
वर्ष | स्पर्धा | पदक |
2013 | एशियाई चैंपियनशिप, पुणे (200 मीटर स्पर्धा) | कांस्य |
2014 | एशियन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, ताइपे (200 मीटर स्पर्धा) | स्वर्ण |
2014 | एशियन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, ताइपे (4×400 मीटर स्पर्धा) | स्वर्ण |
2016 | एशियाई खेल जकार्ता (100 मीटर स्पर्धा) | रजत |
2016 | साउथ एशियन गेम्स, गुवाहाटी (100 मीटर स्पर्धा) | रजत |
2016 | दक्षिण एशियाई खेल, गुवाहाटी (200 मीटर स्पर्धा) | कांस्य |
2017 | एशियाई चैंपियनशिप, भुवनेश्वर (100 मीटर स्पर्धा) | कांस्य |
2017 | एशियाई चैंपियनशिप, भुवनेश्वर (4×400 मीटर) | कांस्य |
2018 | एशियाई खेल, जकार्ता (200 मीटर स्पर्धा) | रजत |
2019 | यूनिवर्सियाड, नापोली (100 मीटर स्पर्धा) | स्वर्ण |
2019 Advertisements
| एशियाई चैंपियनशिप, दोहा (200 मीटर स्पर्धा) | कांस्य |
2019 | एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, दोहा (60 मीटर स्पर्धा) | कांस्य |
दुती चंद की इनकम, नेट-वर्थ व लाइफस्टाइल
Dutee Chand - Income, Net-worth and Lifestyle
दुती चंद के पास 2013 मॉडल की टाटा नैनो कार है। वही बीएमडब्ल्यू 5 – सीरीज की कार है। इसके साथ Mahindra XUV- 500, Ford Aspire है। दुती को उड़ीसा माइनिंग कारपोरेशन में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया गया था। जहां उन्हें सैलरी के रूप में ₹86,604 प्रति माह मिलता है। वही दुती चंद की नेट-वर्थ 2.5 मिलियन डॉलर है।
दुती चंद पर बनी बायोपिक
Biopic on Dutee Chand
दुती चंद की के जीवन से प्रेरित होकर, रॉनी स्क्रूवाला ने उनके ऊपर फिल्म बनाई। जिसका नाम “रश्मि रॉकेट” था। इस फिल्म को आकर्ष खुराना ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में मुख्य भूमिका तापसी पन्नू ने निभाई थी।
यह फिल्म 15 अक्टूबर 2021 को रिलीज हुई थी। जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं दिखा पाई। इस फिल्म में अन्य कलाकार सुप्रिया पाठक श्वेता त्रिपाठी मनोज जोशी नमिता दुबे व वरुण बडोला है।
F.A.Q
प्र० Dutee Chand कौन है ?
उ० Dutee Chand एक भारतीय महिला एथलीट हैं। जिन्होंने दो बार ओलंपिक और एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
प्र० Dutee Chand का Gender क्या है ?
उ० Dutee Chand एक महिला धावक हैं। जिनके ऊपर पुरुष होने का आरोप भी लग चुका है।
प्र० Dutee Chand की Wife कौन हैं?
उ० Dutee Chand एक महिला समलैंगिक हैं। इन्होंने अभी तक शादी नहीं की है।
प्र० Dutee Chand की Partner का क्या नाम हैं ?
उ० Dutee Chand की महिला समलैंगिक Partner मोनालिसा है। जिससे इन्होंने विवाह करने का निश्चय किया है।
प्र० Dutee Chand को किस वजह से Ban किया गया था ?
उ० Dutee Chand को IAAF व AFI ने हाइपरएंड्रोजेनिज्म की वजह से Ban किया गया था।
आपको इसे भी पढ़ना चाहिए :
Read : How to stop worrying and start living Book Summary। चिंता छोड़ो सुख से जियो ।
Read : Sanatan Dharm in Hindi। सनातन धर्म का अर्थ व उत्पत्ति। इसके मूल तत्व ।
Read : Learn to Earn by Peter Lynch Book Summary । 2022 मे अमीर बनने का Formula ।
Read : Mysterious Facts of Lord Shiva । भगवान शिव जी से जुड़े रहस्य ।